कानपुर : भले ही सूबे की योगी सरकार प्रदेश में अवैध कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई कर रही हो, इसके बावजूद कानपुर जनपद की बिल्हौर तहसील अंतर्गत मकनपुर आउटर में एक लंबे समय से स्थानीय पुलिस के संरक्षण में कबाड़ का अवैध कारोबार तेजी से फल फूल रहा है.
सूत्रों की मानें तो इसके एवज में पुलिस व परिवहन विभाग इन कबाड़ कारोबारियों से प्रतिमाह मोटी रकम वसूली भी करता है. इक्का-दुक्का मामला प्रकाश में आने पर भी इसे दबाने और मैनेज करने की कवायद शुरू हो जाती है.
कबाड़ का यह काला कारोबार बिल्हौर थाने से महज 10 किलोमीटर दूर मकनपुर ग्राम पंचायत आउटर में कई सौ वर्ग में फैला हुआ है. यहां एक दर्जन से भी अधिक कबाड़ के कारोबारी हैं जो बेरोक-टोक कारोबार कर रहे हैं.
इन पर किसी का नियंत्रण न होने से कबाड़ियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. कबाड़ी बिना सत्यापन के साइकिल, मोटरसाइकिल, कार, ट्रैक्टर, जीप, ट्रक जैसे कई अन्य छोटे व बड़े वाहनों व अन्य सामानों को बेधड़क खरीद रहे है. पुलिस कबाड़ियों पर नकेल नहीं कस पा रही है. बिल्हौर तहसील क्षेत्र में आए दिन साइकिल, बाइक चोरी जैसी कई घटनाएं हो रही है.
यह भी पढ़ें : एसडीएम कार्यालय में तैनात पैरोकार का घूस लेते हुए वीडियो वायरल
बिना लाइसेंस के चल रहा करोड़ों का धंधा
कबाड़ व्यवसाय के लिए शासन ने कोई स्पष्ट नियम नहीं बनाया है. इसके लिए लाइसेंस जरूरी है. नियम के मुताबिक कबाड़ के व्यवसाय के लिए लाइसेंस होना चाहिए.
कबाड़ व्यवसायियों पर पुलिस कार्यवाही नहीं
कबाड़ व्यवसाय करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने से कबाड़ियों के हौसले बुलंद हैं. ये बेधड़क चोरी के सामानों की खरीद बिक्री में लगे हुए हैं. यदि पुलिस द्वारा इन व्यवसायियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए तो चोरी के कई वाहन व सामान इनके पास से बरामद हो सकता है. एसपी आउटर कानपुर अजीत कुमार सिन्हा के मामला संज्ञान में लाने पर कार्यवाही की बात कही गई है.