कानपुर: जिले के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर फायरिंग कर देवेंद्र मिश्रा सहित 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे को मध्यप्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. विकास दुबे के अचानक इस तरह गिरफ्तार किए जाने को लेकर विपक्ष सवाल भी उठा रहा है कि विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया है या उसने सरेंडर किया है. सपा के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए. इसके साथ ही मुठभेड़ में शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा के परिजनों ने भी इस कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए हैं.
शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा के परिजन केके. दुबे का कहना है कि अभी न्याय अधूरा है, उसके पूरे तंत्र का खुलासा होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि मुझे शक है कि विकास दुबे ने जानबूझकर किसी षड़यंत्र के तहत खुद को मीडिया के सामने सरेंडर किया है. वहीं पुलिस की कार्रवाई को सलाम करते हुए उन्होंने योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदिनाथ कृपया पता लगाएं कि विकास दुबे के साथ कौन-कौन लोग शामिल हैं. विकास दुबे अकेला नहीं है, उसका बहुत बड़ा नेटवर्क है. जब तक भ्रष्टाचार से संलिप्त पूरे तंत्र का खुलासा नहीं होता, तब तक विकास दुबे जैसे लोग समाज में अपराध फैलाते रहेंगे. अभी तो पहले चरण की ही कामयाबी मिली है, पूरा न्याय तो तब होगा जब उसके पूरे गैंग का खुलासा होगा.
गौरतलब है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे और उसके साथियों ने जमकर हमला बोला था. विकास समेत गुर्गों द्वारा की गई इस फायरिंग में डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश भर में हड़कंप मच गया था. प्रदेश के कई आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कानपुर पहुंचकर शहीदों की शहादत को सलामी दी थी. साथ ही उनके परिवार वालों के प्रति भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं.