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बिकरू कांड: सात जगह छिपाए गए थे कुख्यात विकास दुबे के हथियार

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Published : Mar 23, 2021, 10:26 PM IST

यूपी के बहुचर्चित बिकरू कांड में एसटीएफ की जांच में नए-नए खुलासा सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि दो जुलाई की रात बिकरू कांड के बाद विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ बेखौफ होकर हथियार लहराये थे. एसटीएफ ने की जांच में खुलासा हुआ है कि कुख्यात विकास के हथियार सात जगह छिपाए गए थे.

बिकरू कांड
बिकरू कांड

कानपुरः बिकरू कांड को लेकर एसटीएफ की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे गैंग के कारनामों से पर्दा उठ रहा है. इस जांच से जहां कुख्यात विकास दुबे के मददगारों की फेहरिस्त बढ़ रही है, वहीं गैंग के नए कारनाम उजागर हो रहे हैं. एसटीएफ जांच में सामने आया है कि दो जुलाई की रात बिकरू कांड के बाद भी विकास दुबे और उसके साथियों ने बेखौफ होकर एक शादी समारोह में खुलेआम हथियारों को लहराया था. एसटीएफ की टीम अब औरैया के शादी समारोह की वीडियो तलाशने में जुट गई है. जिससे यह पता चल सके की नरसंहार के बाद विकास के कौन-कौन से गुर्गे हथियार लहरा रहे थे.

कुख्यात विकास के मददगारों से चल रही पड़ताल
एसटीएफ की कानपुर यूनिट की टीम ने पिछले दिनों खुलासा कर बताया था कि विकास दुबे को संरक्षण देने वाले और भागने में मदद करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ के आधार पर एसटीएफ अपनी तफ्तीश को बढ़ा रही है. सूत्रों के मुताबिक कुख्यात विकास दुबे ने बिकरू कांड को अंजाम देने के बाद उसने कानपुर देहात के राधे की मदद से पुलिस से लूटे गए हथियारों को नए ठिकानों पर पहुंचाया था. विकास दुबे के गुर्गे संजय परिहार ने इन हथियारों को औरैया के मलहार गांव में अपनी फुफेरी भाई की शादी में लहरा कर अपने रसूख का मुजाहिरा दिखाया था. इतना ही नहीं उसने स्वचालित हथियारों से शादी समारोह में जमकर हर्ष फायरिंग भी की थी. एसटीएफ को अब उस कार्यक्रम की वीडियो को तलाश रही है. ताकि उसके साथियों को भी चिह्नित किया जा सके.

यह थे विकास दुबे के मददगार
विकास दुबे के मददगारों में सात नाम समाने आए हैं. जिनमें विष्णु कश्यप निवासी शिवली थाना क्षेत्र कानपुर देहात, अमन शुक्ला निवासी थाना रूरा कानपुर देहात, रामजी उर्फ राधे निवासी रसूलाबाद थाना क्षेत्र कानपुर देहात, अभिनव तिवारी उर्फ चीकू थाना रूरा कानपुर देहात, मनीष यादव उर्फ शेरू मध्यप्रदेश के भिंड, शुभम पाल थाना मंगलपुर कानपुर देहात हैं. इन सभी सात आरोपियों के खिलाफ थाना पनकी में आर्म्स एक्ट में के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी.

पूछताछ में यह नाम भी आए सामने
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में अर्पित उर्फ पुत्तू मिश्रा, अभिषेक उर्फ छोटू, विक्की यादव समेत मोहन अवस्थी का नाम विकास के मददगारों की फेहरिस्त में प्रकाश में आए हैं. इस प्रकरण में एसटीएफ की तरफ से हथियारों के तस्कर मनीष यादव को छोड़ कर सभी दसों आरोपियों के खिलाफ विकास दुबे को संरक्षण देने की धाराओं में थाना पनकी में मुकदमा दर्ज कराया गया है.

यह भी पढ़ेंः बिकरू कांड: विकास दुबे के परिजनों की पैरवी में आए भाजपा एमएलसी

कानपुरः बिकरू कांड को लेकर एसटीएफ की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे गैंग के कारनामों से पर्दा उठ रहा है. इस जांच से जहां कुख्यात विकास दुबे के मददगारों की फेहरिस्त बढ़ रही है, वहीं गैंग के नए कारनाम उजागर हो रहे हैं. एसटीएफ जांच में सामने आया है कि दो जुलाई की रात बिकरू कांड के बाद भी विकास दुबे और उसके साथियों ने बेखौफ होकर एक शादी समारोह में खुलेआम हथियारों को लहराया था. एसटीएफ की टीम अब औरैया के शादी समारोह की वीडियो तलाशने में जुट गई है. जिससे यह पता चल सके की नरसंहार के बाद विकास के कौन-कौन से गुर्गे हथियार लहरा रहे थे.

कुख्यात विकास के मददगारों से चल रही पड़ताल
एसटीएफ की कानपुर यूनिट की टीम ने पिछले दिनों खुलासा कर बताया था कि विकास दुबे को संरक्षण देने वाले और भागने में मदद करने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया था. उनसे पूछताछ के आधार पर एसटीएफ अपनी तफ्तीश को बढ़ा रही है. सूत्रों के मुताबिक कुख्यात विकास दुबे ने बिकरू कांड को अंजाम देने के बाद उसने कानपुर देहात के राधे की मदद से पुलिस से लूटे गए हथियारों को नए ठिकानों पर पहुंचाया था. विकास दुबे के गुर्गे संजय परिहार ने इन हथियारों को औरैया के मलहार गांव में अपनी फुफेरी भाई की शादी में लहरा कर अपने रसूख का मुजाहिरा दिखाया था. इतना ही नहीं उसने स्वचालित हथियारों से शादी समारोह में जमकर हर्ष फायरिंग भी की थी. एसटीएफ को अब उस कार्यक्रम की वीडियो को तलाश रही है. ताकि उसके साथियों को भी चिह्नित किया जा सके.

यह थे विकास दुबे के मददगार
विकास दुबे के मददगारों में सात नाम समाने आए हैं. जिनमें विष्णु कश्यप निवासी शिवली थाना क्षेत्र कानपुर देहात, अमन शुक्ला निवासी थाना रूरा कानपुर देहात, रामजी उर्फ राधे निवासी रसूलाबाद थाना क्षेत्र कानपुर देहात, अभिनव तिवारी उर्फ चीकू थाना रूरा कानपुर देहात, मनीष यादव उर्फ शेरू मध्यप्रदेश के भिंड, शुभम पाल थाना मंगलपुर कानपुर देहात हैं. इन सभी सात आरोपियों के खिलाफ थाना पनकी में आर्म्स एक्ट में के तहत एफआईआर दर्ज हुई थी.

पूछताछ में यह नाम भी आए सामने
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में अर्पित उर्फ पुत्तू मिश्रा, अभिषेक उर्फ छोटू, विक्की यादव समेत मोहन अवस्थी का नाम विकास के मददगारों की फेहरिस्त में प्रकाश में आए हैं. इस प्रकरण में एसटीएफ की तरफ से हथियारों के तस्कर मनीष यादव को छोड़ कर सभी दसों आरोपियों के खिलाफ विकास दुबे को संरक्षण देने की धाराओं में थाना पनकी में मुकदमा दर्ज कराया गया है.

यह भी पढ़ेंः बिकरू कांड: विकास दुबे के परिजनों की पैरवी में आए भाजपा एमएलसी

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