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कंटेनर में बंद मिसाइलों को सेना की मदद से कराया जाएगा डिफ्यूज: कानपुर डीएम

यूपी के कानपुर जिले में जूही स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो में 15 सालों से बंद मिसाइलें डिफ्यूज करने के जिला प्रशासन ने डिफेंस मंत्रालय को पत्र लिखा है. 24 जनवरी, 2005 को संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई से आइसीडी में आए कबाड़ में 7 जीवित और 70 मिसफायर मिसाइलें आ गई थीं.

कंटेनर
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Published : Sep 8, 2020, 12:47 AM IST

कानपुर: जिले के जूही इलाके स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो में 15 सालों से बंद मिसाइलें डिफ्यूज करने के लिए जिला प्रशासन डिफेंस मंत्रालय के विशेषज्ञों से मदद लेने जा रहा है. दरअसल 24 जनवरी, 2005 को संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई से आइसीडी में आए कबाड़ में 7 जीवित और 70 मिसफायर मिसाइलें आ गई थीं, जिसे डिफ्यूज करने के लिए लोकल पुलिस ने असमर्थता जताते हुए हाथ खड़े कर दिए थे. इसके बाद इतनी शक्तिशाली मिसाइलों को कंटेनर में रखवाकर यार्ड में खड़ा कर दिया गया था.

जानकारी देते डीएम आलोक तिवारी.

डेढ़ दशक से अब तक कई बार वार्ता और लेटर लिखे जाने के बाद आखिरकार अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने न सिर्फ सरकार से डिफ्यूज करने के लिए सक्षम दल देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से पत्र लिखा, बल्कि 15 सितंबर तक मिसाइलें डिफ्यूज करने के आदेश भी दिए.

कानपुर डीएम आलोक तिवारी ने बताया कि ये मिसाइल नहीं विस्फोटक हैं, जिन्हें डिफ्यूज कराने के लिए जो भी सक्षम एजेंसी होगी उसका सहयोग लिया जाएगा. साथ ही शासन स्तर पर पत्र भी लिखा गया है. उन्होंने कहा कि विस्फोटक की क्षमता का आंकलन नहीं है, इसलिए किसी तरह का खतरा मोल नहीं ले सकते. जो भी लोग इसे डिफ्यूज करने में सक्षम हैं, उनकी मदद ली जाएगी. इसके लिए प्रक्रिया जारी है और सेना से भी मदद के लिए पत्र लिखा गया है.

इसे भी पढ़ें- कानपुर: साढ़े चार लाख कनेक्शन धारकों का अब ज्यादा आएगा बिजली का बिल!

कानपुर: जिले के जूही इलाके स्थित इनलैंड कंटेनर डिपो में 15 सालों से बंद मिसाइलें डिफ्यूज करने के लिए जिला प्रशासन डिफेंस मंत्रालय के विशेषज्ञों से मदद लेने जा रहा है. दरअसल 24 जनवरी, 2005 को संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई से आइसीडी में आए कबाड़ में 7 जीवित और 70 मिसफायर मिसाइलें आ गई थीं, जिसे डिफ्यूज करने के लिए लोकल पुलिस ने असमर्थता जताते हुए हाथ खड़े कर दिए थे. इसके बाद इतनी शक्तिशाली मिसाइलों को कंटेनर में रखवाकर यार्ड में खड़ा कर दिया गया था.

जानकारी देते डीएम आलोक तिवारी.

डेढ़ दशक से अब तक कई बार वार्ता और लेटर लिखे जाने के बाद आखिरकार अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने न सिर्फ सरकार से डिफ्यूज करने के लिए सक्षम दल देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से पत्र लिखा, बल्कि 15 सितंबर तक मिसाइलें डिफ्यूज करने के आदेश भी दिए.

कानपुर डीएम आलोक तिवारी ने बताया कि ये मिसाइल नहीं विस्फोटक हैं, जिन्हें डिफ्यूज कराने के लिए जो भी सक्षम एजेंसी होगी उसका सहयोग लिया जाएगा. साथ ही शासन स्तर पर पत्र भी लिखा गया है. उन्होंने कहा कि विस्फोटक की क्षमता का आंकलन नहीं है, इसलिए किसी तरह का खतरा मोल नहीं ले सकते. जो भी लोग इसे डिफ्यूज करने में सक्षम हैं, उनकी मदद ली जाएगी. इसके लिए प्रक्रिया जारी है और सेना से भी मदद के लिए पत्र लिखा गया है.

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