कानपुर: कहा जाता है, जल ही जीवन है. लेकिन, शहर में इसी जल की कमी हो सकती है. इसके संकेत अभी से दिखने शुरू हो गए हैं. मई और जून की भीषण गर्मी में लोगों के सामने जलसंकट की स्थिति भी आ सकती है. क्योंकि मार्च के दूसरे हफ्ते में ही गंगा का जलस्तर 356.9 फीट पर आ गया है. करीब एक माह पहले यह आंकड़ा 358.7 फीट था. ऐसे में एक माह के अंदर ही करीब 22 इंच जलस्तर घट गया है. जलकल के अफसरों का कहना है कि वह लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं. नरोरा बांध से पानी छोड़े जाने के लिए पत्र भेजा गया है.
355 फीट पर जलस्तर पहुंचा तो बंद हो सकती 20 करोड़ लीटर जलापूर्ति
जलकल के अफसरों ने बताया कि अगर जलस्तर 355 फीट पर पहुंच जाएगा तो 20 करोड़ लीटर की जलापूर्ति प्रभावित होगी. हालांकि ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए ड्रेजिंग मशीनों को चालू कर दिया गया है और उससे पानी लिया जा रहा है. इसके अलावा जल्द ही गंगा के बीच धारा के पास बालू की बोरियों से बंधा बनाया जाएगा. इसके लिए कार्ययोजना बना ली गई है.
आंकड़ों को देखें
गंगा का जलस्तर कुछ यूं रहा
तारीख फरवरी 2023 मार्च 2023
08 359 फीट 357 फीट
09 358.3 फीट 356.9 फीट
10 358.7 फीट 356.9 फीट
जिलाधिकारी विशाख जी ने कहा कि जलकल अफसरों को निर्देशित करेंगे कि वह जलसंकट की स्थिति न आने दें. नरोरा बांध से समय-समय पर पानी छोड़े जाने के लिए भी पत्र भेजा जाएगा.
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