कानपुर: बिकरू कांड के अपराधी कुख्यात विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद भी उसके खौफ की दास्तां सामने आ रही है. विकास के सहयोगी रहे लोग अभी भी लोगों को डराने और धमकाने का काम कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला स्वरूप नगर थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां फर्जी एग्रीमेंट के नाम पर विकास दुबे के सहयोगी रहे महेश दीक्षित मकान खाली करने के लिए एक परिवार पर लगातार दबाव बना रहा है, वहीं पीड़ित परिवार की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
थाना स्वरूप नगर में 230 वर्ग गज की जमीन पर विकास दुबे का सहयोगी महेश दीक्षित अपना दावा कर रहा है. इस जमीन पर 2007 का एक एग्रीमेंट दिखाकर वह दावा कर रहा है, जिसमें महेश की पत्नी और विकास दुबे का दो लाख दस हजार रुपये में शत्रुघ्न लाल के साथ एग्रीमेंट दिखाया जा रहा है. यह शत्रुघन लाल की पैतृक संपत्ति है, जिस पर महेश दीक्षित बिकरु कांड के मास्टरमाइंड रहे विकास दुबे की मौत के बाद ना सिर्फ दावा कर रहा है, बल्कि कब्जा करने के लिए पीड़ित परिवार को धमका भी रहा है.
वहीं शत्रुघ्न सिंह के परिजनों का कहना है कि एग्रीमेंट में शत्रुघ्न सिंह के जो साइन हैं, वह पूरी तरह से फर्जी हैं. इस एग्रीमेंट की तारीख से पहले ही शत्रुघ्न सिंह लापता हो गए थे, तब से अभी तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है. पीड़ित परिवार ने पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है. सीओ कोतवाली का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है.