कानपुर: उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) में विवादों की स्थिति थमने का नाम नहीं ले रही है. यूपीसीए में लगातार इस बात को लेकर चर्चा है कि इसमें प्रतिनिधि नहीं बनाया जा सकता है. लेकिन कुछ दिनों पहले यूपीसीए संरक्षक की ओर से बताया गया कि जेके समूह से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी को प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. जब इस पत्र की कॉपी अन्य पदाधिकारियों तक पहुंची तो हंगामा मच गया. यह हंगामा अब थमने का नाम नहीं ले रहा है.
इस मामले में कमला क्लब स्थित यूपीसीए कार्यालय में बुधवार को यूपीसीए के चेयरमैन व अधिकृत प्रवक्ता इंदु प्रकाश मिश्रा ने कहा कि यूपीसीए संस्था कंपनी के नियमों के तहत पंजीकृत है. ऐसे में यूपीसीए के अंदर किसी को यह अधिकार नहीं है कि वह अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर सके. अगर किसी पदाधिकारी ने ऐसा किया है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है. वहीं, इंदु प्रकाश ने कहा कि अगर किसी ने ऐसा किया है तो यह न्यायिक अवहेलना की श्रेणी में आता है. इस दौरान मो. फहीम समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
वहीं, अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि कुछ ऐसे सदस्य हैं, जिनकी चलते यूपीसीए की छवि लगातार खराब हो रही है. इससे खिलाड़ियों का भी मनोबल टूट रहा है, जबकि यूपीसीए का मकसद है कि अधिक से अधिक आयोजन कर खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौका दिया जाए.
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