कानपुर: नगर निकाय चुनाव को लेकर अब पार्षद व महापौर पद के दावेदार गली-मोहल्लों में सुबह से ही दस्तक देने लगे हैं. वह क्षेत्र का विकास जरूर कराएंगे, इस बात का दावा करने के साथ ही जल्द ही उनके बैनर-पोस्टर भी दिखने लगेंगे. बैनर-पोस्टर तैयार करने वाले व्यापारियों ने भी चुनाव में अच्छे कारोबार की आस के साथ कमर कस ली है.
व्यापारियों का कहना है कि अभी दावेदारों को पार्टी की ओर से सिंबल मिला नहीं है, इसलिए वह आर्डर नहीं दे रहे हैं. जैसे ही एक-दो दिनों में सिम्बल मिल जाएंगे तो दावेदार आर्डर देना शुरू कर देंगे. हालांकि व्यापारियों ने यह भी कहा, कि पिछले दो-तीन माह में कागज के दामों में 20 फीसद की वृद्धि हुई है, ऐसे में चुनाव के दौरान दावेदारों की जेब ढीली हो सकती है. मगर चुनाव आयोग ने सभी का एक दायरा तय कर दिया है, इसलिए दावेदार चाहकर भी एक तय सीमा से अधिक बैनर-पोस्टर नहीं छपवा पाएंगे.
व्यापारी जिम्मी भाटिया ने बताया कि 3000 रुपये में 1000 स्टीकर बनाए जा रहे हैं. जबकि 5 से 6000 रुपये में 1000 पोस्टर बन रहे हैं. बैनर व अन्य चुनाव सामग्री के रेट अलग-अलग हैं. शास्त्री नगर निवासी और फ्लैक्स प्रिंटिंग का काम करने वाले व्यापारी मनीष कुमार ने बताया कि 25 से लेकर 100 रुपये तक की टोपियां बना रहे हैं. जबकि 200 से लेकर 1000 रुपये तक बैनर तैयार करने का काम जारी है. अक्सर यह भी होता है कि आर्डर के हिसाब से रेट कम या ज्यादा हो सकते हैं.
सपा और कांग्रेस ने घोषित किए महापौर के प्रत्याशी: शहर में निकाय चुनाव को लेकर जहां सपा और कांग्रेस ने महापौर के प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं. जबकि भाजपा और बसपा की ओर से अभी दावेदारों के चेहरे सामने आना बाकी हैं. जबकि पार्षदों की सूची तो किसी भी राजनीतिक दल की ओर से अभी जारी नहीं की गई है.
इसे भी पढ़ें-बस्ती में निकाय चुनाव के सपा उम्मीदवार घोषित, जानें कौन कहां से मैदान में उतरा