कानपुर: कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन की बंदिशों के चलते देश भर में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को रोक दिया गया. वहीं, कानपुर में इसी लॉकडाउन के दौरान एक लड़की की शादी हो गई. यह शादी आम शादियों से थोड़ हटकर है. दरअसल, कानपुर में फुटपाथ पर भिखारियों संग बैठी लड़की को जो युवक खाना बांटने आ रहा था, उसी ने उससे विवाह कर लिया.
भाई-भाभी ने मारपीट कर घर से निकाला
युवक अनिल और नीलम ने कानपुर के बुध आश्रम में शादी की. नीलम के पिता नहीं हैं और मां पैरालेसिस से पीड़ित हैं. भाई-भाभी ने मारपीट कर घर से भगा दिया था. नीलम के पास अब रहने के लिए कोई जगह नहीं थी. इसलिए वह लॉकडाउन में खाना लेने के लिए फुटपाथ पर भिखारियों के साथ बैठा करती थी. अनिल अपने मालिक के साथ रोज सबको खाना देने आता था. इसी दौरान अनिल को जब नीलम की मजबूरियों का पता चला तो उसने उससे शादी करने का मन बना लिया.
युवक के मालिक ने शादी के लिए पिता को मनाया
अनिल एक प्रॉपर्टी डीलर के यहां ड्राइवर का काम करता है. शहर में उसका अपना घर है. परिवार में माता-पिता और भाई हैं, जबकि नीलम की जिंदगी अब तक फुटपाथ पर ही कटती आ रही थी. उसे तो यह उम्मीद ही नहीं थी कि कोई उससे भी शादी कर सकता है. दोनों की शादी कराने में अनिल के मालिक लालता प्रसाद का सबसे बड़ा योगदान है. अनिल जब दिन में खाना बांटकर आता था तो नीलम की चर्चा उनसे करता था. एक दिन लालता प्रसाद ने अनिल से कहा कि दिन में खाना तो तुम उसे दे आते हो, रात में क्या खायेगी? इसके बाद अनिल रात में खुद खाना बनाकर कई दिनों तक नीलम को देने जाने लगा.
सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए की शादी
नीलम के प्रति अनिल की भावना देख लालता प्रसाद ने अनिल के पिता को शादी के लिए राजी किया. इसके बाद बुधवार को शहर के भगवान बुध आश्रम में नीलम और अनिल की शादी कराई गई. इस शादी में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कई सामजिक लोगों ने शामिल होकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया.