कानपुर : वैसे तो 8 मार्च को पूरे देश में होली खेली गई थी. सभी ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर रंगों के पर्व की बधाई दी थी. इसी कड़ी में जिले में सोमवार की सुबह अनोखी हाेली खेली गई. मौका था सन 1942 से हर साल मनाए जाने वाले गंगा मेला पर्व का. हटिया स्थित रज्जन बाबू पार्क में हुरियारे इकट्ठा हुए. वे भैंसा ठेला और ऊंट पर बैठकर एक-दूसरे पर जमकर अबीर और गुलाल बरसाए. इस दौरान भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे भी गूंजे. जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर, पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड समेत कई प्रशासनिक अफसर और जनप्रतिनिधि भी इस खास पल के गवाह बने.
हटिया से हुरियारों का जुलूस शहर के तमाम मोहल्लों से गुजरता हुआ, सरसैयाघाट पहुंचा. हुरियारे, ट्रैक्टर ट्रॉली की भी सवारी करते दिखे. घरों की छतों पर मौजूद लोगों ने उनका उत्साह बढ़ाने के लिए उनपर फूलों की बारिश की. हटिया होली मेला कमेटी के संयोजक ज्ञानेंद्र विश्नोई ने कहा कि कानपुर में गंगा मेला पर यह ऐतिहासिक होली का नजारा हर साल दिखाई देता है. लोगों ने अपने अंदाज में होली खेली, सभी को बधाई दी. गंगा मेला कानपुर से जुड़ा एक यादगार पर्व है. इस मौके पर एमएलसी सलिल विश्नोई, भाजपा नेता सुरेश अवस्थी समेत अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे.
हटिया होली मेला कमेटी के पदाधिकारियों ने बताया कि शाम को हटिया स्थित रज्जनबाबू पार्क में बच्चों के लिए मेला लगेगा. इसमें लोग परिवार के सदस्यों संग उपस्थित रहेंगे. बच्चे जहां झूलों का लुत्फ उठाएंगे, वहीं वह अपने मनपसंद व्यंजनों का स्वाद भी चख सकेंगे. इसके साथ-साथ सभी एक-दूसरे को गले लगाकर गंगा मेला पर्व की बधाई देंगे. दूसरी ओर शहर के सरसैयाघाट पर विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संस्थाओं व दलों की ओर से भी पदाधिकारी उपस्थित रहकर सभी को बधाई देंगे.
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