कानपुर: सूबे में बिजली व्यवस्था सुधार को लेकर सरकार कदम तो उठा रही है. लेकिन, गर्मी के सीजन में सरकार की इस मामले में किरकिरी जरूर होती है. क्योंकि विभाग में इतनी खामियां हैं, जिन्हें दूर कर पाना सरकार के जिम्मेदारों के वश में नहीं है. हालांकि, शनिवार को कानपुर के समीप घाटमपुर से एक राहत भरी खबर सामने आई है.
केंद्रीय मंत्री (संसदीय) प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को केंद्र सरकार के मेगा प्रोजेक्ट में शामिल एनयूपीपीएल प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया. निवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन लिमिटेड व उप्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के संयुक्त उपक्रम वाले इस प्रोजेक्ट की देखरेख करने वाले अफसरों ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि जुलाई 2023 में 660 मेगावाट प्लांट वाली पहली यूनिट संचालित हो जाएगी.इससे 70 से 75 फीसद बिजली उप्र को और 25 से 30 फीसद बिजली असम को भेजी जाएगी.
वहीं, प्लांट में 660 मेगावाट की तीन यूनिटें तैयार होनी हैं. जिनका 85 फीसद तक काम पूरा हो चुका है. केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने वार्ता कर बताया कि केंद्र सरकार का एनयूपीपीएल प्रोजेक्ट 19800 करोड़ रुपये का है. इसका पिछले कई सालों से काम चल रहा है. हालांकि, अब जुलाई से जहां पहली यूनिट शुरू हो जाएगी, वहीं अन्य दो यूनिटें भी जल्द चालू होंगी.
जब यहां 1980 मेगावाट बिजली बनेगी तो निश्चित तौर पर उप्र के अंदर बिजली की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी. उन्होंने अफसरों संग ब्वायलर, टरबाइन समेत अन्य विभागों का निरीक्षण किया. इस मौके पर घाटमपुर से विधायक सरोज कुरील समेत अन्य कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे.
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