कानपुर: नेपाल के रास्ते शहर में जो चरस आती थी, उसका नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के अफसर प्रयास तो खूब कर रहे हैं, लेकिन उन्हें वैसी सफलता नहीं मिल रही जैसी वह चाहते हैं. इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए गुरुवार को एसटीएफ और कोतवाली पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से तीन अभियुक्तों को 17 किलोग्राम चरस के साथ ग्रीनपार्क स्टेडियम के बाहर से गिरफ्तार किया है. हैरान कर देने वाली बात यह है, कि तीनों ही अभियुक्त- अमित कुमार, शिवम कश्यप और सूरज कुमार कानपुर देहात के रहने वाले हैं. वह चरस को कानपुर देहात समेत अन्य शहरों में खपाने की तैयारी में थे. वहीं, पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया, कि उनके गांव के समीप सिठऊपुरवा के रामवीर उर्फ बउवा ने चरस नेपाल से मंगाई थी. सभी एक साथ मिलकर चरस का कारोबार करना चाह रहे थे. हालांकि, उससे पहले ही एसटीएफ और कोतवाली पुलिस ने उन्हें धर दबोचा और अब जेल भेज दिया है. गुरुवार को इस मामले की जानकारी वार्ता कर डीसीपी पूर्वी शिवाजी ने दी.
इको कार से स्टेडियम के बाहर खड़े थे: डीसीपी पूर्वी शिवाजी ने बताया, कि सभी अभियुक्तों की उम्र 22 से 26 वर्ष के बीच की है. यह ग्रीनपार्क के गेट नंबर 10 बी व 10 सी के बीच इको कार से खड़े थे. कार के अंदर साउंड बॉक्स में चरस रखी थी. जैसे ही एसटीएफ और कोतवाली पुलिस टीम के अफसर पहुंचे तो तीनों सकपका गए. फौरन ही इन्हें मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. अब जो इनका सरगना बऊवा है. उसकी तलाशी के लिए टीमें लगा दी गई हैं. अभियुक्तों के पास से नेपाली मुद्रा, आधार कार्ड समेत अन्य जो दस्तावेज बरामद हैं, उनकी भी जांच कराई जाएगी.
शहर में नेपाल के रास्ते से लगातार आ रही चरस: शहर में नेपाल के रास्ते से चरस का कारोबार लगातार संचालित है. पिछले साल भी एसटीएफ ने महाराजपुर थाना क्षेत्र में आठ जून को जहां 93 लाख रुपये की चरस पकड़ी थी. वहीं, उससे पहले अप्रैल में बर्रा थाना क्षेत्र में 85 लाख रुपये की चरस के साथ कई अभियुक्त गिरफ्तार हुए थे. हालांकि, एसटीएफ के अफसर अभी इस नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने में सफलता हासिल नहीं कर पाए हैं.
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