कानपुर : चर्चित घटनाओं में शुमार 1984 सिख दंगा मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की कार्रवाई जारी है. इस मामले में गुरुवार को एसआईटी ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी एसआईटी के डीआईजी बालेन्दू भूषण सिंह दी है.
एसआईटी टीम के डीआईजी बालेंदु भूषण सिंह सिख विरोधी दंगों के मामले में लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. डीआईजी बालेन्दू भूषण ने बताया कि 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. सभी आरोपियों की उम्र 70 साल से अधिक है. उन्होंने बताया कि अब तक इस मामले में 22 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. वर्ष 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों में कानपुर शहर में 127 सिखों की हत्या कर दी गई थी. इसमें गोविंदनगर के दबौली में एक ही परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इसके अलावा शहर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के के-ब्लॉक किदवईनगर में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी.
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आईजी बालेंदु भूषण सिंह के अनुसार कानपुर में जब 1984 में दंगा हुआ था तो किदवई नगर, बर्रा, निराला नगर, गोविंद नगर समेत अन्य क्षेत्रों के तमाम सिख परिवारों पर अत्याचार हुआ था. इस मामले में लगभग 1000 से अधिक मुकदमें दर्ज किए गए थे. जिनमें 40 मामलों को गंभीर माना गया था. इस पूरे मामले में एसआईटी ने कुल 96 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से 22 आरोपियों की मौत हो चुकी है. एसआईटी अब तक इस मामले में कुल 22 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. 51 आरोपी शेष बचे हैं.
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