कानपुर: कानपुर एनकाउंंटर मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस ने चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी और बीट प्रभारी केके शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. निलंबित एसओ विनय तिवारी और बीट प्रभारी केके शर्मा पर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम की जान खतरे में डालने, मौके से फरार होने और विकास दुबे से संबंध होने का आरोप है. आईजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी दिनेश कुमार पी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है.
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि दोनों पर आईपीसी की धारा 120-B के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. दोनों को जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस के काम में व्यवधान पहुंचाने, पुलिस पर हमला करने, पुलिस की कार्रवाई को लेकर षडयंत्र रचने के मामले में दोषी पर कार्रवाई की जाएगी, भले ही कोई पुलिसकर्मी ही दोषी क्यों न हो.
कानपुर के बिकरु में हुई घटना के बाद से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे थे. मामले में शक की सुई चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी पर थी, जिसके बाद विनय तिवारी को निलंबित कर दिया गया था. आज शासन के निर्देश पर विनय तिवारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. विनय तिवारी का लगभग एक साल पहले चंदौली से कानपुर ट्रांसफर हुआ था. पहले वह यहां पर स्वाट टीम में था, जिसके बाद उसको पहला चार्ज चौबेपुर का मिला.
सूत्रों के मुताबिक वादी राहुल तिवारी ने अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत की थी. जिसके बाद विनय तिवारी राहुल को लेकर विकास दुबे के घर समझौता कराने के लिए पहुंच गया. जहां विकास ने विनय के सामने राहुल को मारा और जबरन समझौता करवा दिया था. जिसके बाद राहुल ने ये बात आलाधिकारियों को बताई, तब जाकर इस मामले में मुकदमा दर्ज हुआ.