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बीजेपी MLA के पूर्व गनर के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म मामले का सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान - मंगेतर से कई बार दुष्कर्म

कानपुर में बीजेपी एमएलए के पूर्व गनर के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म मामले का अब सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान में लिया है. दरअसल गनर पर अपनी मंगेतर को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप है. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज होने के 18 महीने बाद भी चार्जशीट दाखिल नहीं की है.

सुप्रीम कोर्ट.
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Published : Oct 30, 2019, 11:28 PM IST

कानपुर: एक अय्याश सिपाही ने खाकी वर्दी के नशे में अपनी मंगेतर से कई बार दुष्कर्म किया और बाद में उसे छोड़कर दूसरी जगह शादी कर ली. जब युवती को इसकी जानकारी हुई तो वह अपनी शिकायत लेकर बर्रा थाने पहुंची, लेकिन मामला सत्ताधारी विधायक के तत्कालीन गनर का होने के कारण उसे टरका दिया गया. मजबूर होकर युवती एसएसपी के पास पहुंची और आरोपी सिपाही की करतूत बताई.

पीड़िता ने जानकारी दी.

एसएसपी ने युवती की आपबीती सुनने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर जांच के आदेश दिए और सिपाही को सस्पेंड भी कर दिया, लेकिन FIR दर्ज होने के 18 महीने बीतने के बावजूद पुलिस ने चार्टशीट नहीं दाखिल की. सिपाही दीपक दीक्षित अपने साले अनुज के साथ मिलकर पीड़िता को ही लगातार मुकदमा वापस न लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा है. दुष्कर्म पीड़िता इंसाफ के लिए आलाधिकारियों की चौखट की परिक्रमा करते घूम रही है.

पीड़िता ने बताई अपनी दर्द भरी दास्तां
अशोक नगर स्थित कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 29 सितंबर 2016 को कॉन्स्टेबल दीपक कुमार दीक्षित से तय हुई थी. दीपक उस समय भाजपा विधायक का गनर था. पीड़िता का आरोप है कि दीपक शादी तय होने के बाद मोबाइल पर बात करने लगा. 2 दिसंबर 2016 को उनकी इंगेजमेंट भी हो गई. इसके बाद दीपक आए दिन उससे मिलने भी लगा.

इसी बीच पीड़िता के घरवाले वैष्णो देवी दर्शन करने गए थे. दीपक को जब इसका पता चला तो वह पीड़िता के घर आ गया. पीड़िता के विरोध करने पर दीपक ने उसे यह कहकर शांत करा दिया कि वह उसका होने वाला पति है. पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान दीपक ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए. 29 सितंबर 2017 को उनका गोद भराई और तिलक का भी कार्यक्रम हो गया. इसके बाद दीपक और उसके परिजनों ने अतिरिक्त दहेज की मांग कर बात करना बंद कर दिया.

वहीं अप्रैल के पहले सप्ताह युवती को पता चला कि दीपक 25 अप्रैल को किसी दूसरी युवती से शादी करने जा रहा है. उसने थाने में इसकी शिकायत की, लेकिन सुनवाई न होने पर एसएसपी के सामने पेश हुई. एसएसपी ने आपबीती सुनकर रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दे दिया. एसएसपी के आदेश के बाद FIR तो दर्ज हो गई, लेकिन आज तक दबंग सिपाही की गिरफ्तारी नहीं हुई और वह लगातार पीड़िता और उसके भाइयों को धमकाता रहा. जिसकी शिकायत पीड़िता ने थाने से लेकर डीजीपी तक से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

ये भी पढ़ें: शोएब हत्याकांड: नहीं मिला न्याय, नाराज परिजनों ने बयां किया अपना दर्द

उल्टा आरोपी सिपाही झांसी रोड एक्सीडेंट में घायल होकर इलाज के दौरान अपनी मां के मृत्यु के मामले को हत्या दिखाकर पीड़िता के भाई को फंसाने की साजिश रच रहा है, जिसके लिए उसने न्यायालय से 156/3 से वाद दाखिल किया है. इसकी जानकारी होने पर पीड़िता ने ADG प्रेम प्रकाश कानपुर जोन से न्याय की गुहार लगाई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कानपुर: एक अय्याश सिपाही ने खाकी वर्दी के नशे में अपनी मंगेतर से कई बार दुष्कर्म किया और बाद में उसे छोड़कर दूसरी जगह शादी कर ली. जब युवती को इसकी जानकारी हुई तो वह अपनी शिकायत लेकर बर्रा थाने पहुंची, लेकिन मामला सत्ताधारी विधायक के तत्कालीन गनर का होने के कारण उसे टरका दिया गया. मजबूर होकर युवती एसएसपी के पास पहुंची और आरोपी सिपाही की करतूत बताई.

पीड़िता ने जानकारी दी.

एसएसपी ने युवती की आपबीती सुनने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर जांच के आदेश दिए और सिपाही को सस्पेंड भी कर दिया, लेकिन FIR दर्ज होने के 18 महीने बीतने के बावजूद पुलिस ने चार्टशीट नहीं दाखिल की. सिपाही दीपक दीक्षित अपने साले अनुज के साथ मिलकर पीड़िता को ही लगातार मुकदमा वापस न लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा है. दुष्कर्म पीड़िता इंसाफ के लिए आलाधिकारियों की चौखट की परिक्रमा करते घूम रही है.

पीड़िता ने बताई अपनी दर्द भरी दास्तां
अशोक नगर स्थित कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी 29 सितंबर 2016 को कॉन्स्टेबल दीपक कुमार दीक्षित से तय हुई थी. दीपक उस समय भाजपा विधायक का गनर था. पीड़िता का आरोप है कि दीपक शादी तय होने के बाद मोबाइल पर बात करने लगा. 2 दिसंबर 2016 को उनकी इंगेजमेंट भी हो गई. इसके बाद दीपक आए दिन उससे मिलने भी लगा.

इसी बीच पीड़िता के घरवाले वैष्णो देवी दर्शन करने गए थे. दीपक को जब इसका पता चला तो वह पीड़िता के घर आ गया. पीड़िता के विरोध करने पर दीपक ने उसे यह कहकर शांत करा दिया कि वह उसका होने वाला पति है. पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान दीपक ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए. 29 सितंबर 2017 को उनका गोद भराई और तिलक का भी कार्यक्रम हो गया. इसके बाद दीपक और उसके परिजनों ने अतिरिक्त दहेज की मांग कर बात करना बंद कर दिया.

वहीं अप्रैल के पहले सप्ताह युवती को पता चला कि दीपक 25 अप्रैल को किसी दूसरी युवती से शादी करने जा रहा है. उसने थाने में इसकी शिकायत की, लेकिन सुनवाई न होने पर एसएसपी के सामने पेश हुई. एसएसपी ने आपबीती सुनकर रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दे दिया. एसएसपी के आदेश के बाद FIR तो दर्ज हो गई, लेकिन आज तक दबंग सिपाही की गिरफ्तारी नहीं हुई और वह लगातार पीड़िता और उसके भाइयों को धमकाता रहा. जिसकी शिकायत पीड़िता ने थाने से लेकर डीजीपी तक से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

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उल्टा आरोपी सिपाही झांसी रोड एक्सीडेंट में घायल होकर इलाज के दौरान अपनी मां के मृत्यु के मामले को हत्या दिखाकर पीड़िता के भाई को फंसाने की साजिश रच रहा है, जिसके लिए उसने न्यायालय से 156/3 से वाद दाखिल किया है. इसकी जानकारी होने पर पीड़िता ने ADG प्रेम प्रकाश कानपुर जोन से न्याय की गुहार लगाई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीजी ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Intro:कानपुर :- बीजेपी MLA के EX गनर के खिलाफ दर्ज रेप की FIR के मामले को सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान

एक अय्याश सिपाही ने खाकी वर्दी के नशे अपनी मंगेतर का कई बार रेप किया और बाद में उसे छोड़कर दूसरी जगह शादी कर ली। युवती को इसकी जानकारी हुई तो वह अपनी शिकायत लेकर बर्रा थाने पहुंची लेकिन मामला सत्ताधारी विधायक के तत्कालीन गनर होने के कारण उसे टरका दिया गया। मजबूर होकर युवती एसएसपी के पास पहुंची और आरोपी सिपाही की करतूत बताई। एसएसपी ने उसकी आपबीती सुनने के बाद रिपोर्ट दर्ज कर जांच के आदेश दिए और सिपाही को सस्पेंड भी कर दिया लेकिन FIR दर्ज होने के 18 महीने बीतने के बावजूद पुलिस ने चार्टशीट नहीं दाखिल की बल्कि सिपाही दीपक दीक्षित अपने साले अनुज के साथ मिलकर पीड़िता को ही लगातार मुकदमा वापस न लेने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा है और रेप पीड़िता इंसाफ़ के लिए आला अधिकारियों की चौखट की परिक्रमा करते घूम रही है लेकिन ये खाकी है जो खाकी ये यारी निभाने में मस्त है।




Body:अशोक नगर स्थित कानपुर जर्नलिस्ट क्लब में पीड़िता ने बताया की उसकी शादी 29 सितंबर 2016 को कांस्टेबल दीपक कुमार दीक्षित से तय हुई थी। दीपक उस समय भाजपा विधायक का गनर था वह मूलरूप से झांसी के चिरगांव का रहने वाला है। पीड़िता का आरोप है कि दीपक शादी तय होने के बाद मोबाइल पर बात करने लगा। 2 दिसंबर 2016 को उनकी वरीक्षा भी हो गई। इसके बाद दीपक आए दिन उससे मिलने भी लगा। इसी बीच पीड़िता के घरवाले वैष्णो देवी दर्शन करने गए थे। दीपक को इसका पता चला तो वह पीड़िता के घर आ गया। विरोध करने पर दीपक ने उसे यह कहकर शांत करा दिया कि वह उसका होने वाला पति है। पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान दीपक ने उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। 29 सितंबर 2017 को उनका गोद भराई और तिलक का भी कार्यक्रम हो गया। इसके बाद दीपक और उसके परिजनों ने अतिरिक्त दहेज की मांग कर बात करना बंद कर दिया। इधर, अप्रैल के पहले सप्ताह युवती को पता चला कि दीपक 25 अप्रैल को किसी दूसरी युवती से शादी करने जा रहा है। उसने थाने में उसकी शिकायत की, लेकिन सुनवाई न होने पर एसएसपी के सामने पेश हुई। एसएसपी ने आपबीती सुनकर रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दे दिया, एसएसपी के आदेश के बाद FIR तो दर्ज हो गई लेकिन आज तक दबंग सिपाही की गिरफ्तारी नही हुई और वो लगातार पीड़िता और उसके भाइयों को धमका रहा है जिसकीं शिकायत पीड़िता ने थाने से लेकर डीजीपी तक से की लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई उल्टा आरोपी सिपाही अपने पिता के साथ मिलकर पीड़िता पर दबाव बनाने के लिए झांसी में रोड एक्सीडेंट में घायल होकर इलाज के दौरान अपनी माँ के म्रत्यु के मामले को हत्या दिखाकर पीड़िता के भाई को फसाने की साजिश रच रहा है।जिसके लिए उसने न्यायालय से 156/3 से वाद दाखिल किया है। जिसकीं जानकारी होने पर पीड़िता ने *ADG प्रेम प्रकाश कानपुर जोन से न्याय की गुहार लगाई है जहाँ पर मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने आश्वस्त किया है कि जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।*



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