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छोटे उस्ताद का बड़ा कारनामा, स्कूल न जाने के डर से रच डाली अपने ही किडनैपिंग की कहानी

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Published : Sep 12, 2022, 8:37 PM IST

Updated : Sep 12, 2022, 10:24 PM IST

कानपुर के रहमपुर गांव में एक बच्चे ने स्कूल न जाने के डर से अपनी ही किडनैपिंग की झूठी कहानी रच डाली.

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छोटे नवाब का बड़ा कारनामा

कानपुर: जनपद के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र (Ghatampur Kotwali Area) के रहमपुर गांव (Rahmpur Village) में एक किशोर ने स्कूल न जाने के डर से खुद के अपहरण होने और खुद को किसी तरह से बचाते हुए वापस घर लौटने की मनगढंत कहानी रच डाली.

जानकारी के मुताबिक, घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के रहमपुर गांव के रहने वाले सदन लाल कुशवाहा की बेटी रीता का विवाह बिल्हौर के दिशांति गांव के रहने वाले सरमन के साथ हुआ था. रीता बीते तीन माह से अपने मायके में रह रही है. रीता का एक दस वर्षीय बेटा लकी है जो कि घाटमपुर स्थित एक विद्यालय में कक्षा 7 का छात्र है. सोमवार सुबह रीता रहमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास खेत में लगे खीरे तोड़ने के लिए गई हुई थी. तभी उसने देखा कि बेटा लकी घर में मौजूद था, जिसे सुबह उसके नाना सदनलाल ने स्कूल जाने के लिए कहा, तो किशोर ने नाना से रहमपुर रेलवे क्रासिंग के पास अपनी चप्पल पड़ी होने की बात कहते हुए उसे लेने के लिए घर से निकल गया.

यह भी पढ़ें- कानपुर में रोटावेटर की चपेट में आने से किसान की मौत

कुछ घंटों बाद वापस घर लौटे किशोर लकी ने अपने नाना सदनलाल को बताया कि उसे रहमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास एक बाबा मिले थे, जिन्होंने उससे गांव जाने का रास्ता पूछा. किशोर ने बताया कि वह जैसे ही वह बाबा को रास्ता बताने लगा, तभी बाबा ने उसे एक रुमाल सुंघा दिया, जिस दौरान वह बेहोश हो गया. किशोर ने बताया कि जब उसकी आंख खुली तो वह एक ईंट भट्ठे पर पड़ा हुआ था ओर उसके हाथ और पैर बंधे थे. किसी तरह किशोर लकी अपने हाथ पैर छुड़ाकर वहां से भाग निकला, जहां रोड से निकल रहे एक बाइक सवार को उसने घटना की जानकारी दी, इस दौरान युवक ने उसे गांव के किनारे तक पहुंचाया, जिससे वह घर वापस पहुंच सका.

यह भी पढ़ें- राज्यमंत्री बोले- अखिलेश यादव को दिन में मुंगेरीलाल के सपने देखने की आदत है

वहीं, किशोर के अपरहण होने और मिलने का मामला पूरे गांव में आग की तरह तेजी से फैल गया, इसके चलते ग्रामीणों ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने किशोर लकी से पूछताछ की, तो वही किशोर ने स्कूल न जाने के डर से घरवालों को कहानी सुनाने की बात बताई. फिर भी स्थानीय चौकी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र स्थित रामसारी रोड पर स्थित ईंट भट्ठे पर पहुंची और घटना की जानकारी की तो सारा मामला आईने की तरह साफ हो गया. मामले में पतारा चौकी इंचार्ज विनीत मिश्रा ने बताया कि किशोर लकी ने स्कूल का काम नहीं किया था, जिसके चलते वह स्कूल में पीटा जाता तो स्कूल न जाने के लिए उसने घरवालों को यह कहानी सुना दी. साथ ही पुलिस ने परिजनों को सख्त हिदायत देते हुए इस तरह की अफवाह न फैलाने की बात कही है.

कानपुर: जनपद के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र (Ghatampur Kotwali Area) के रहमपुर गांव (Rahmpur Village) में एक किशोर ने स्कूल न जाने के डर से खुद के अपहरण होने और खुद को किसी तरह से बचाते हुए वापस घर लौटने की मनगढंत कहानी रच डाली.

जानकारी के मुताबिक, घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के रहमपुर गांव के रहने वाले सदन लाल कुशवाहा की बेटी रीता का विवाह बिल्हौर के दिशांति गांव के रहने वाले सरमन के साथ हुआ था. रीता बीते तीन माह से अपने मायके में रह रही है. रीता का एक दस वर्षीय बेटा लकी है जो कि घाटमपुर स्थित एक विद्यालय में कक्षा 7 का छात्र है. सोमवार सुबह रीता रहमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास खेत में लगे खीरे तोड़ने के लिए गई हुई थी. तभी उसने देखा कि बेटा लकी घर में मौजूद था, जिसे सुबह उसके नाना सदनलाल ने स्कूल जाने के लिए कहा, तो किशोर ने नाना से रहमपुर रेलवे क्रासिंग के पास अपनी चप्पल पड़ी होने की बात कहते हुए उसे लेने के लिए घर से निकल गया.

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कुछ घंटों बाद वापस घर लौटे किशोर लकी ने अपने नाना सदनलाल को बताया कि उसे रहमपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास एक बाबा मिले थे, जिन्होंने उससे गांव जाने का रास्ता पूछा. किशोर ने बताया कि वह जैसे ही वह बाबा को रास्ता बताने लगा, तभी बाबा ने उसे एक रुमाल सुंघा दिया, जिस दौरान वह बेहोश हो गया. किशोर ने बताया कि जब उसकी आंख खुली तो वह एक ईंट भट्ठे पर पड़ा हुआ था ओर उसके हाथ और पैर बंधे थे. किसी तरह किशोर लकी अपने हाथ पैर छुड़ाकर वहां से भाग निकला, जहां रोड से निकल रहे एक बाइक सवार को उसने घटना की जानकारी दी, इस दौरान युवक ने उसे गांव के किनारे तक पहुंचाया, जिससे वह घर वापस पहुंच सका.

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वहीं, किशोर के अपरहण होने और मिलने का मामला पूरे गांव में आग की तरह तेजी से फैल गया, इसके चलते ग्रामीणों ने पुलिस को इस मामले की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने किशोर लकी से पूछताछ की, तो वही किशोर ने स्कूल न जाने के डर से घरवालों को कहानी सुनाने की बात बताई. फिर भी स्थानीय चौकी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र स्थित रामसारी रोड पर स्थित ईंट भट्ठे पर पहुंची और घटना की जानकारी की तो सारा मामला आईने की तरह साफ हो गया. मामले में पतारा चौकी इंचार्ज विनीत मिश्रा ने बताया कि किशोर लकी ने स्कूल का काम नहीं किया था, जिसके चलते वह स्कूल में पीटा जाता तो स्कूल न जाने के लिए उसने घरवालों को यह कहानी सुना दी. साथ ही पुलिस ने परिजनों को सख्त हिदायत देते हुए इस तरह की अफवाह न फैलाने की बात कही है.

Last Updated : Sep 12, 2022, 10:24 PM IST
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