कानपुरः जिले में बीते पांच दिनों में दो अधिवक्ताओं की हत्याओं से रोष है. इसके विरोध में बार एसोसिएशन व लायर्स एसोसिएशन के आह्वान पर अधिवक्ता गुरुवार को हड़ताल पर रहे. कचहरी में न्यायिक कार्य नहीं हुए. कचहरी पहुंचे लोग तारीखें लेकर लौट गए.
अधिवक्ता एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग कर रहे थे. उनका कहना है कि अधिवक्ताओं की हत्या के मामले बढ़ रहे हैं. इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है. अधिवक्ताओं के मांगने पर उन्हें सुरक्षा मुहैय़ा कराई जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके.
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गौरतलब है कि बीती 17 दिसंबर को बार एसोसिएशन के चुनाव के दौरान एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से ही अधिवक्ताओं में इसे लेकर आक्रोश था. बुधवार रात को एक अधिवक्ता को घर के बाहर गोली मार दी गई. इससे अधिवक्ता और आक्रोशित हो गए.
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इन दोनों हत्याओं के विरोध में 23 दिसंबर को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे. उनका कहना है कि जब अधिवक्ताओं के साथ ऐसा हो रहा है तो आम लोगों की सुरक्षा की बात छोड़ ही दीजिए.
उधर, अधिवक्ताओं की हड़ताल के मद्देनजर कचहरी के चप्पे-चप्पे पर चौकसी रही. कचहरी में जगह-जगह पुलिस तैनात रही. वहीं कचहरी आने वाले फरियादी तारीख लेकर लौट गए. अधिवक्ताओं ने कोई भी न्याय़िक कार्य नहीं किया.
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