कानपुर : ऐसे युवा जिनके पास बेहतर स्टार्टअप आइडिया तो होते हैं, मगर वह तमाम कारणों से शुरू नहीं कर पाते हैं. उनकी मदद अब जिला उद्योग केंद्र के अफसर करेंगे. शहर में पहली बार 50 लाख रुपये से जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में स्टार्टअप एंड इंक्यूबेशन सेंटर बनेगा. आईआईटी कानपुर के बाद शहर में यह दूसरा केंद्र होगा, जहां युवाओं के सपनों को पंख लगेंगे. विभागीय अफसरों ने इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया है. वहां से स्वीकृति मिलते ही, सेंटर बनाने का काम शुरू हो जाएगा.
डीएम ने दिए अफसरों को निर्देश : कुछ माह पहले ही शहर के डीएम विशाख जी ने उद्योग विभाग के अफसरों संग आईआईटी कानपुर पहुंचकर तमाम युवाओं के स्टार्टअप की जानकारी ली थी. इसके बाद अफसरों ने उन युवाओं से संपर्क किया तो यह बात निकलकर सामने आई कि फंड न होने के चलते कई युवा अपने स्टार्टअप को शुरू नहीं कर पा रहे हैं. इसके बाद डीएम विशाख जी ने सीएसआर मद की बैठक ली और उद्योग विभाग के अफसरों को 50 लाख रुपये की स्वीकृति दे दी. अब, इन्हीं 50 लाख रुपये से केंद्र बनेगा और युवाओं की हरसंभव मदद अफसर करेंगे.
तकनीकी विशेषज्ञों की मदद, मेंटरशिप समेत हर सुविधा मुहैया कराएंगे : इस पूरे मामले पर उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि 'युवाओं के लिए जो स्टार्टअप सेंटर बन रहा है, उसमें उन्हें तकनीकी विशेषज्ञों की तो मदद मिलेगी ही, साथ ही मेंटरशिप समेत अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी. अगर किसी युवा का स्टार्टअप आइडिया बहुत अच्छा है तो उसे फंडिंग की सहायता दिलाएंगे. उन्होंने कहा, युवाओं के लिए केंद्र में समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम, सेमिनार, कार्यशालाएं भी आयोजित होंगी.
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