कानपुर: कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर बीते 16 फरवरी की रात में 'स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस' की पैंट्री कार में मिले 1 करोड़ 40 लाख रुपये की जांच काफी धीमी चल रही है. जिस पर प्रभारी एसपी ने नाराजगी जताई है. उन्होंने 16 मार्च के बाद जीआरपी के जांच की समीक्षा कानपुर आकर करने की बात कही है. बता दें कि जीआरपी के साथ-साथ अन्य एजेंसियां भी इस मामले की जांच कर रही हैं, जिसमें आयकर विभाग की जांच अहम है.
क्या था मामला
आपको बता दें कि बीते 16 फरवरी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी से देर रात कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर एक लाल कलर के सूटकेस में एक करोड़ 40 लाख रुपये पाए गए. इसकी सूचना रेलवे के कंट्रोल रूम में दी गई. 16 फरवरी को देर रात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस की पैंट्री कार में 1 करोड़ 40 लाख रुपये मिले थे. जिसे कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर उतारकर किसी को देने के लिए चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को रेलवे के इंटरकॉम पर फोन आया था. फोन करने वाले ने अपने आप को रेलवे का बड़ा अधिकारी बताया था. 1 करोड़ 40 लाख रुपये से भरे बैग की डिलीवरी किसी अनजान शख्स को करने के लिए कहा गया था, लेकिन आईडी न दिखाने के चलते चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ने बैग उस शख्स को नहीं दिया. इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने जांच-पड़ताल के बाद जब बैग खोला तो उसमें 1 करोड़ 40 लाख रुपये की रकम निकली. आयकर विभाग को यह रकम सौंप दी गई.
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ये टीमें कर रही हैं मामले की जांच
वहीं, गाजियाबाद की टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी कंपनी के रुपयों पर दावा करने के बाद अब आयकर विभाग और कानपुर सेंट्रल स्टेशन की जीआरपी टीम जांच में जुटी हुई है. आपको बता दें कि आरपीएफ हेडक्वार्टर नई दिल्ली की टीम भी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. अभी तक दिल्ली प्लेटफार्म पर रुपये रखने वाले बैग का सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल सका है.