कानपुर: सपा विधायक इरफान सोलंकी मामले में सपा विधायकों का प्रतिनिधिमंडल उनके घर पहुंचा. सपा डेलिगेशन ने सोलंकी के परिवार पर मारपीट और अत्याचार की जांच की. सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (SP State President Naresh Uttam Patel) ने मामले की जांच के लिए 11 सदस्यीय एक कमेटी गठित की थी.
जाजमऊ थाना क्षेत्र में बुजुर्ग महिला का घर जलाने के मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई के खिलाफ मुकदमा (SP Delegation reached irfan solankis house) दर्ज किया गया था. उसके बाद कई स्पष्टीकरण विधायक और उनकी पत्नी ने दिए हैं. इसी मामले की जांच के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 11 सदस्यों का डेलिगेशन विधायक इरफान सोलंकी के घर कानपुर (SP Delegation investigate irfan solankis case) भेजा. शनिवार को करीब सुबह 12 बजे डेलिगेशन के सदस्य विधायक के घर पहुंचे. सबसे पहले उन्होंने सीसीटीवी फुटेज देखे. वहीं, जांच के बाद विधायक वह मुख्य सचेतक विधानसभा मनोज पांडे ने बताया कि प्रथम दृष्टया में सीसीटीवी फुटेज से साफ हो रहा है कि आग आतिशबाजी की वजह से लगी थी. सीसीटीवी फुटेज को लेकर डेलिगेशन शनिवार को पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड से भी मिला और विधायक के पक्ष में बात रखी. कानपुर आए डेलिगेशन में समाजवादी पार्टी के 10 विधायक और एक नगर अध्यक्ष शामिल थे.
विधायक और उनके भाई पर आरोप लगने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था. विधायक और उनके भाई को गिरफ्तार करने के लिए तलाश किया जा रहा था. 9 नवंबर की देर रात विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस उनके घर पहुंची थी, जिसके बाद इरफान सोलंकी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया था, जिसमें पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया था. वहीं, महिला के आरोप पर 10 नवंबर को विधायक के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस विधायक और उनके भाई को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. विधायक और उनके भाई घटना के बाद से लगातार फरार चल रहे हैं. जिसके लिए लगातार दबिश दी जा रही है.
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