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कानपुर: कोरोना की रफ्तार पर लगा थोड़ा ब्रेक, अभी भी जरूरी है सावधानी

कोरोना ने कानपुर के बहुत से निवासियों को न भूलने वाले जख्म दिए हैं. इसके बाद भी कोरोना का संक्रमण थम नहीं रहा. महीनों तक इस महामारी को झेलने के बाद अब यहां के निवासियों को कुछ राहत मिलती दिख रही है. लोगों को राहत कैसे मिली, ये जानने के लिए पढ़ें ये रिपोर्ट.

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कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए बनाया गया आइसोलेशन वार्ड।
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Published : Oct 20, 2020, 11:48 PM IST

कानपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार अब कानपुर में थमती हुई नजर आ रही है. संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर में तेजी से इजाफा हो रहा है. आंकड़े बताते हैं स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 24,000 के पार हो गई है. वहीं कोविड के कुल एक्टिव केस पहले के मुकाबले घटकर 1,734 ही रह गए हैं.

इसके साथ ही कानपुर जिले का रिकवरी रेट 90 फीसदी पर पहुंच गया है. बता दें कि सोमवार को 71 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 27,339 पहुंच गया है. 25 लोग ठीक होकर सोमवार को अपने घर गए. इसके बाद कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य होने वालों की संख्या 7,099 पहुंच गई है. हालांकि एक दिन में एक मरीज ने अपनी जान गंवा दी. इसके बाद मृतकों का आंकड़ा 715 पार कर गया है.

होम आइसोलेशन और कांटेक्ट ट्रेसिंग ने रोकी रफ्तार
स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों का मानना है कि कानपुर जिले में होम आइसोलेशन और नॉर्मल मरीजों की भीड़ को कोविड-19 अस्पताल के स्थान पर होम आइसोलेशन में भेजने से जिले की स्थिति में सुधार आया हैय. इतना ही नहीं, कांटेक्ट ट्रेसिंग करने से संक्रमण की चेन को तोड़ने में सफलता मिली है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों की युद्ध स्तर पर जांच के लिए बकायदा 40 मोबाइल लैब और 50 अर्बन पीएचसी केंद्रों पर जांच कर के जाने अनजाने में संक्रमण फैला रहे लोगो को चिह्नित किया और उन्हें इलाज मुहैया कराया.

23 मार्च को आया था पहला मामला
गौरतलब रहे कि कानपुर में 23 मार्च को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था. उसके बाद दो माह तक लॉकडाउन में तो मानों पूरे महानगर में जमकर कहर बरपा. लगातार बढ़ते मामलों के कारण सूबे के मुख्यमंत्री ने कई बार कानपुर को लेकर न सिर्फ चिंता व्यक्त की, बल्कि बकायदा प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों को कानपुर में लगातार कैंप करने और कोविड-19 से होने वाली मौतों को रोकने के लिए समीक्षा करने के लिए भी कहा.

कानपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण की रफ्तार अब कानपुर में थमती हुई नजर आ रही है. संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर में तेजी से इजाफा हो रहा है. आंकड़े बताते हैं स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या 24,000 के पार हो गई है. वहीं कोविड के कुल एक्टिव केस पहले के मुकाबले घटकर 1,734 ही रह गए हैं.

इसके साथ ही कानपुर जिले का रिकवरी रेट 90 फीसदी पर पहुंच गया है. बता दें कि सोमवार को 71 नए मामले सामने आए हैं. इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 27,339 पहुंच गया है. 25 लोग ठीक होकर सोमवार को अपने घर गए. इसके बाद कोरोना को मात देकर स्वस्थ्य होने वालों की संख्या 7,099 पहुंच गई है. हालांकि एक दिन में एक मरीज ने अपनी जान गंवा दी. इसके बाद मृतकों का आंकड़ा 715 पार कर गया है.

होम आइसोलेशन और कांटेक्ट ट्रेसिंग ने रोकी रफ्तार
स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों का मानना है कि कानपुर जिले में होम आइसोलेशन और नॉर्मल मरीजों की भीड़ को कोविड-19 अस्पताल के स्थान पर होम आइसोलेशन में भेजने से जिले की स्थिति में सुधार आया हैय. इतना ही नहीं, कांटेक्ट ट्रेसिंग करने से संक्रमण की चेन को तोड़ने में सफलता मिली है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना मरीजों की युद्ध स्तर पर जांच के लिए बकायदा 40 मोबाइल लैब और 50 अर्बन पीएचसी केंद्रों पर जांच कर के जाने अनजाने में संक्रमण फैला रहे लोगो को चिह्नित किया और उन्हें इलाज मुहैया कराया.

23 मार्च को आया था पहला मामला
गौरतलब रहे कि कानपुर में 23 मार्च को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था. उसके बाद दो माह तक लॉकडाउन में तो मानों पूरे महानगर में जमकर कहर बरपा. लगातार बढ़ते मामलों के कारण सूबे के मुख्यमंत्री ने कई बार कानपुर को लेकर न सिर्फ चिंता व्यक्त की, बल्कि बकायदा प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों को कानपुर में लगातार कैंप करने और कोविड-19 से होने वाली मौतों को रोकने के लिए समीक्षा करने के लिए भी कहा.

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