ETV Bharat / state

स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टः अडेप्टिव सिग्नल सुधारेंगे कानपुर का ट्रैफिक सिस्टम, बेहतर होगी यातायात व्यवस्था - स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर

उत्तर प्रदेश कानपुर के ट्रैफिक सिस्टम को लेकर मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त ने की स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की समीक्षा. ई-चालान की गुणवत्ता सुधारने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर भी किया जाएगा शेयर, गलत चालान पर लगेगी लगाम. मेट्रो निर्माण पर सिग्नल लाइट को लगाया जाएगा दोबारा. इसके लिये मेट्रो के पिलर का किया जाएगा इस्तेमाल. बचेगा खर्च तो सुधरेगा ट्रैफिक.

अडेप्टिव सिग्नल सुधारेंगे कानपुर का ट्रैफिक सिस्टम
अडेप्टिव सिग्नल सुधारेंगे कानपुर का ट्रैफिक सिस्टम
author img

By

Published : Dec 19, 2021, 2:50 PM IST

कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर का ट्रैफिक सिस्टम जल्द ही बेहतर होगा. मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की. बैठक में ट्रैफिक व्यवस्था पर संतोष जताते हुए तय किया कि जल्द ही कानपुर में एडेप्टिव ट्रैफिक सिस्टम को लागू किया जाएगा. इस सिस्टम में सिग्नल लाइटें खुद ही ट्रैफिक का लोड सेंस करके ट्रैफिक संचालित करेंगी. प्रयोग के तौर पर पहले इसे कुछ ही चौराहों पर लागू किया जाएगा.

समीक्षा बैठक में मंडल आयुक्त राजशेखर व पुलिस आयुक्त असीम अरुण समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे. बैठक में कानपुर के यातायात व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा गया कि ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम में काफी सुधार हुआ है. लिहाजा अब लोग सिग्नल लाइट और जेब्रा लाइन को फॉलो करने लगे हैं. इसे और बेहतर करने के लिए प्रयास किए जाएंगे.

यह भी पढ़ें- पीजीआई में खुला मेडिटेक पार्क, केजीएमयू में डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर


साथ ही स्मार्ट पार्किंग की समीक्षा करते हुए तय किया गया कि जैसे हॉस्पिटल के बाहर पायलट प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग की सुविधा शुरू की गई और वह काफी सफल रही, अब उसी तर्ज पर शहर के अन्य बड़े अस्पतालों के बाहर भी व्यवस्था की जाएगी.

समीक्षा बैठक में विचार हुआ कि शहर में बनाई जा रही स्मार्ट पार्किंग में यदि कोई दुकानदार पार्किंग का स्थान खरीदना चाहता है तो उसे माह भर के लिए वह स्थान दिया जा सकेगा. इससे उसकी दुकान में आने वाले ग्राहक अपने वाहनों को पार्क कर सकेंगे. यह व्यवस्था स्मार्ट पार्किंग के कुछ स्थानों पर ही की जाएगी.

ई-चालान की गुणवत्ता सुधारने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर भी शेयर किया जाएगा ताकि गलत चालान होने पर लोग उसे फोन करके सुधरवा सकें. कई बार लोग धोखा देने के लिए गलत नंबर प्लेट लगाकर चलते हैं. इससे पुलिस कई बार गलत व्यक्ति का चालान कर देती है.

वहीं, जिन स्थानों पर मेट्रो का निर्माण हो चुका है, वहां सिग्नल लाइट दोबारा लगाने का भी निर्णय लिया गया. इसके लिए मेट्रो के पिलर का इस्तेमाल किया जाय जिससे खर्च भी बचेगा और ट्रैफिक भी सुधरेगा. इसके लिए मेट्रो अधिकारियों से समन्वय किया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर का ट्रैफिक सिस्टम जल्द ही बेहतर होगा. मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा की. बैठक में ट्रैफिक व्यवस्था पर संतोष जताते हुए तय किया कि जल्द ही कानपुर में एडेप्टिव ट्रैफिक सिस्टम को लागू किया जाएगा. इस सिस्टम में सिग्नल लाइटें खुद ही ट्रैफिक का लोड सेंस करके ट्रैफिक संचालित करेंगी. प्रयोग के तौर पर पहले इसे कुछ ही चौराहों पर लागू किया जाएगा.

समीक्षा बैठक में मंडल आयुक्त राजशेखर व पुलिस आयुक्त असीम अरुण समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे. बैठक में कानपुर के यातायात व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कहा गया कि ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम में काफी सुधार हुआ है. लिहाजा अब लोग सिग्नल लाइट और जेब्रा लाइन को फॉलो करने लगे हैं. इसे और बेहतर करने के लिए प्रयास किए जाएंगे.

यह भी पढ़ें- पीजीआई में खुला मेडिटेक पार्क, केजीएमयू में डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर


साथ ही स्मार्ट पार्किंग की समीक्षा करते हुए तय किया गया कि जैसे हॉस्पिटल के बाहर पायलट प्रोजेक्ट के तहत पार्किंग की सुविधा शुरू की गई और वह काफी सफल रही, अब उसी तर्ज पर शहर के अन्य बड़े अस्पतालों के बाहर भी व्यवस्था की जाएगी.

समीक्षा बैठक में विचार हुआ कि शहर में बनाई जा रही स्मार्ट पार्किंग में यदि कोई दुकानदार पार्किंग का स्थान खरीदना चाहता है तो उसे माह भर के लिए वह स्थान दिया जा सकेगा. इससे उसकी दुकान में आने वाले ग्राहक अपने वाहनों को पार्क कर सकेंगे. यह व्यवस्था स्मार्ट पार्किंग के कुछ स्थानों पर ही की जाएगी.

ई-चालान की गुणवत्ता सुधारने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर भी शेयर किया जाएगा ताकि गलत चालान होने पर लोग उसे फोन करके सुधरवा सकें. कई बार लोग धोखा देने के लिए गलत नंबर प्लेट लगाकर चलते हैं. इससे पुलिस कई बार गलत व्यक्ति का चालान कर देती है.

वहीं, जिन स्थानों पर मेट्रो का निर्माण हो चुका है, वहां सिग्नल लाइट दोबारा लगाने का भी निर्णय लिया गया. इसके लिए मेट्रो के पिलर का इस्तेमाल किया जाय जिससे खर्च भी बचेगा और ट्रैफिक भी सुधरेगा. इसके लिए मेट्रो अधिकारियों से समन्वय किया जाएगा.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.