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1984 सिख दंगे मामले में SIT ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार

कानपुर में 1984 सिख दंगे मामले (1984 anti Sikh riots case) में 1 और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जबकि 72 अभियुक्तों को अब भी अरेस्ट किया जाना है.

कानपुर में 1984 सिख दंगे मामले
कानपुर में 1984 सिख दंगे मामले
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Published : Sep 19, 2022, 3:49 PM IST

कानपुर: 1984 सिख दंगे मामले (1984 Sikh riots case) में 1 और आरोपी को अयोध्या से गिरफ्तार किया गया है, जिसके बाद अब तक शहर से 35 आरोपियों को गिरफ्तारी की जा चुकी है. इन सभी में अभी तक 10 आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने न्यायालय में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम ओमकार नाथ शुक्ला है, जो कि घटना के बाद शहर छोड़ कर चला गया और अयोध्या में रहने लगा था. एसआईटी की जांच में आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले थे.

डीआईजी एसआईटी बालेन्दु भूषण ने बताया अब तक 36 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि 72 अभियुक्तों को अब भी अरेस्ट किया जाना है. इसके लिए शासन और कोर्ट से एसआईटी टीम को 30 सितंबर तक का समय दिया गया है. एसआईटी प्रभारी ने कहा कि अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है.

यह भी पढ़ें- कानपुर विकास प्राधिकरण के VC अरविंद सिंह की बढ़ी मुश्किलें, लोकायुक्त ने शुरू की जांच

दरअसल, कानपुर के गोविंद नगर, निराला नगर, बर्रा, किदवई नगर समेत अन्य मोहल्लों में 1984 के दौरान संयुक्त रूप से रहने वाले कई सिख परिवारों के साथ अवांछित तत्वों ने बेहद क्रूर कृत्य किया था. उस समय कुल 100 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे. साल 2018 में शासन से इस मामले पर एसआईटी गठित की गई थी.

कानपुर: 1984 सिख दंगे मामले (1984 Sikh riots case) में 1 और आरोपी को अयोध्या से गिरफ्तार किया गया है, जिसके बाद अब तक शहर से 35 आरोपियों को गिरफ्तारी की जा चुकी है. इन सभी में अभी तक 10 आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने न्यायालय में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है. वहीं, गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम ओमकार नाथ शुक्ला है, जो कि घटना के बाद शहर छोड़ कर चला गया और अयोध्या में रहने लगा था. एसआईटी की जांच में आरोपी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले थे.

डीआईजी एसआईटी बालेन्दु भूषण ने बताया अब तक 36 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है जबकि 72 अभियुक्तों को अब भी अरेस्ट किया जाना है. इसके लिए शासन और कोर्ट से एसआईटी टीम को 30 सितंबर तक का समय दिया गया है. एसआईटी प्रभारी ने कहा कि अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है.

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दरअसल, कानपुर के गोविंद नगर, निराला नगर, बर्रा, किदवई नगर समेत अन्य मोहल्लों में 1984 के दौरान संयुक्त रूप से रहने वाले कई सिख परिवारों के साथ अवांछित तत्वों ने बेहद क्रूर कृत्य किया था. उस समय कुल 100 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे. साल 2018 में शासन से इस मामले पर एसआईटी गठित की गई थी.

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