कानपुर: चर्चित बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के घर में लगी सील बुधवार कोर्ट के आदेश के बाद खोली गई. आपको बता दें कि जय बाजपेई की गिरफ्तारी के साथ ही उसके घर को सील कर दिया गया था. किसी को भी घर के अंदर जाने या घर के किसी भी समान छूने की पूरी तरीके से मनाही थी. वहीं बुधवार को कोर्ट के आदेश पर घर में लगी सील खोली गई और पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में घर में रह रहे किराएदार का सामान बाहर निकाला गया. इस दौरान कई थानों का पुलिस फोर्स घर के बाहर तैनात रही.
बिकरु कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खजांची जय बाजपेई के खिलाफ भी कई मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसके बाद जय बाजपेई और उसके सभी भाइयों को जेल भेज दिया गया था. वहीं, जय बाजपेई के सभी भाइयों को कोर्ट से जमानत मिल गई जबकि जय बाजपेई अभी भी जेल में बंद है. इतना ही नहीं पुलिस ने जय के खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई की थी. जय बाजपेई के अलावा उसके भाई अजय बाजपेई, शोभित बाजपेई और रजय बाजपेई को सहयोग अभियुक्त बनाया गया था. पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट की धारा का प्रयोग करते हुए चारों भाइयों की एक लगभग एक दर्जन संपत्तियों को सील कर दिया था. इनमें ब्रह्म नगर में मकान शामिल है. वहीं उसके मकान में रह रहे किराएदार भी अपना सामान नहीं निकाल पाए थे क्योंकि अचानक से घर को सील कर दिया गया था और उनका सामान मकान में ही रह गया था.
अब किराएदार अरविंद शर्मा की पत्नी वर्तिका शर्मा ने अदालत में गुहार लगाई थी, जिसके बाद अदालत के आदेश पर मजिस्ट्रेट और पुलिस की मौजूदगी में मकान की सील खोली गई. इस दौरान अर्मापुर और नजीराबाद थाना पुलिस की मौजूदगी में किराएदार अरविंद शर्मा ने अपना सारा सामान मकान से बाहर निकाला. पुलिस का कहना है कि अदालत के आदेश से किराएदार का समान मकान से बाहर निकलवाया गया है. सामान बाहर निकल जाने के बाद मकान को दोबारा सील कर दिया गया