कानपुर: आपने खेतों में फसलों की रखवाली के लिए किसानों को तरह-तरह की दिक्कतों का सामना करते देखा होगा. आपको जानकर हैरानी होगी किसानों को फसलों की रखरखाव में अब यह परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी. इसके लिए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय और कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञों ने मिलकर एक खास किस्म का रोबोट तैयार किया है. यह फसलों की निगरानी करेगा. इसका सफलतापूर्वक ट्रायल किया जा चुका है. भारत सरकार से इसका पेटेंट प्रमाण पत्र मिल चुका है.
आपको बताते चले कि फसलों में लगने वाले तमाम तरीके के रोगों को यह रोबोट उनकी पत्तियों के जरिए पहचान कर उन्हें जड़ से खत्म कर सकेगा. इतना ही नही इसमें लगे कैमरे, सेंसर, एलईडी-एलडीआर, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस ये रोबोट खेत में उन्ही फसलों को डिटेक करेगा जो सड़ चुकी है या जिनमें कीड़े लग चुके हैं साथ ही उन पर छिडकाव भी करेगा. वहीं देखने में ये रोबोट किसी इंसान के छोटे बच्चे की तरह आपको को खेत मे नजर आएगा.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हेड डिपार्टमेंट ऑफ प्लांट पैथोलॉजी के प्रो. एस.के. विश्वास ने बताया कि आईआईटी कानपुर और चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने मिलकर इस रोबोट को तैयार किया है, जो खेतों में किसानों की जगह देखभाल व काम करेगा.
उन्होंने बताया कि जब ये रोबोट खेतों में चलेगा तो इसमें लगा कैमरा और सेंसर हर एक पौधे की फ़ोटो को लेकर उन्हें डिटेक करेगा और पौधों में जो भी बीमारी दिखाई देगी वो उसे ऑटोमेटिक आइडेंटिफाई करेगा. उसके बाद वो उन पौधों को जिस कीटनाशक दवा की जरूरत है ये उसका उन पर छिड़काव भी करेगा. शुरुआत में अभी यह रोबोट सिर्फ आलू और टमाटर की फसलों के पौधों को आइडेंटिटी फाई करेगा. उन्होंने कहा कि आज के समय मे यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि इसलिए है क्योंकि जो किसान है वो बहुत सी कीटनाशक दवाइयों का उपयोग करते हैं, जिसकी जरूरत भी नही हैं या फिर वो उन्हें जरूर से ज्यादा उपयोग करते है, जिसका असर उनके शरीर पर भी पड़ता है. इससे अब उनको राहत मिलेगी क्योंकि ये रोबोट प्लांट में जिस तरीके की बीमारी है ये उसे वही कीटनाशक दवा देगा जिससे किसानों का फसलो में होने वाला खर्च भी कम होगा, वहीं भविष्य के लिए ये हमारी एक अच्छी सफलता है. जिसका ट्रायल भी सफलतापूर्वक किया जा चुका है. साथ ही इसका पेटेंट भी तैयार हो चुका है.
इन वैज्ञानिकों ने तैयार किया यह रोबोट
रोबोट को विकसित कनरे वाली टीम में चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौधोगिकी विश्वविद्यालय के प्रो.समीर कुमार व डॉ.किशन लाल के अलावा आईआईटी कानपुर के प्रो. बिशाख भटाचार्य, महेंद्र कुमार गोहिल,अनिरुद्ध भटाचार्य,अभिषेक कुमार सिंह, दिव्या ज्योति पाण्डेय और चेतन वशिष्ठ आदि शामिल हैं.
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