कानपुर: जनपद के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में 2 और 3 जुलाई की दरमियानी रात सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे को शुक्रवार सुबह यूपी एसटीएफ ने भौती में एनकाउंटर के दौरान मार गिराया. विकास की मौत के बाद उसके पिता का बड़ा बयान सामने आया है. कुख्यात बदमाश और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के पिता ने पुलिस मुठभेड़ को सही ठहराया है. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने बेटे के अंतिम संस्कार में जाने से भी साफ इनकार कर दिया है.
विकास के पिता रामशंकर दुबे ने पुलिस की मुठभेड़ को सही बताया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने विकास को मुठभेड़ में मार कर सही किया है. पुलिस अगर ऐसे ही तत्वों को बढ़ावा देगी तो कैसे शासन चलेगा. वहीं विकास के पिता ने उसके अंतिम संस्कार में जाने से भी मना कर दिया. वहीं उन्होंने कहा कि विकास ने जनहित में बहुत काम किया है. उसने गांव की कई सड़कें और पुल बनवाए, लेकिन ये जो काम किया, वो बिल्कुल भी सही नहीं किया.
रामशंकर दुबे ने बताया कि विकास की पत्नी ने उनकी आज तक कोई सेवा नहीं की और अपने लिए नौकर-चाकर विकास से लगवाए. वह कहती थी कि खाना बनाने से हमारे हाथ काले हो जाएंगे.
बता दें कि चौबेपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात हुए एनकाउंटर में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से ही पुलिस घटना के मास्टरमाइंड विकास दुबे की तलाश में लगी हुई थी. गुरुवार को उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया. इस घटना को अंजाम देने वाले विकास दुबे को यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश से कानपुर लेकर जा रही थी, जहां शुक्रवार सुबह पनकी के भौती में एनकाउंटर के दौरान उसे मार गिराया गया.
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गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे पुलिस की पिस्टल छीनकर भाग रहा था. घायल पुलिस कर्मी के हथियार लेकर भाग रहे विकास दुबे को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया. उसने पुलिस की बात नहीं सुनी और पुलिस को मारने के इरादे से फायर करने लगा. इस दौरान पुलिस ने अपनी आत्मरक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई की, जिसमें गैंगस्टर विकास दुबे मारा गया.