कानपुर : आपको बता दें कि कानपुर का बस स्टैंड शहीद मेजर सलमान खान झकरकटी बस अड्डा शहर के बीचो-बीच बना हुआ है. जहां से प्रदेश की हर बसों का शहर से ही आना-जाना होता है. जिसकी वजह से शहर में जाम की समस्या बढ़ जाती है. वहीं झकरकटी बस स्टैंड के एआरएम राजेश सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि शहर में जाम लगने का कारण केवल उनकी बसें ही नहीं हैं, बल्कि अन्य प्राइवेट बसें भी हैं, जिनका संचालन कानपुर में बड़े स्तर पर होता है.
दरअसल, मेजर सलमान खान झकरकटी बस अड्डे के लगातार स्थानांतरण पर ईटीवी भारत से बातचीत में एआरएम राजेश सिंह ने बताया कि बस अड्डे को हमेशा रेलवे स्टेशन के नजदीक होना चाहिए, जो कि कानपुर में है. स्टेशन से नजदीक होने के चलते यात्रियों के जान-माल का नुकसान नहीं होता है. उन्होंने कहा कि अगर हम यात्रियों को सेवा नहीं दे पाते हैं तो वह रेलवे की मदद लेता है, और अगर रेलवे यात्रियों को मदद नहीं दे पाता है तो वो उनकी मदद करते हैं. लेकिन बस स्टैंड के स्थानांतरण से परिवहन विभाग और यात्रियों को भारी नुकसान होगा.
राजेश सिंह ने आगे बताया की स्थानांतरण के लिए अब कानपुर से 15 किलोमीटर की दूरी पर यह बस स्टैंड बसाया गया, तो यात्रियों को और परिवहन विभाग को बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने बिना नाम लिए ही बताया कि कानपुर से कई ऐसी बसों का संचालन हो रहा है जिनका बस स्टैंड कानपुर के बीचो-बीच बना हुआ है और उनको कोई रोक-टोक नहीं है. उन्होंने बताया कि सरकारी बस स्टैंड का स्थानांतरण हो जाएगा तो यात्री प्राइवेट डग्गामार बसों से चलना शुरू कर देंगे, जिससे परिवहन निगम को काफी क्षति पहुंचेगी.