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छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के एलुमिनी मीट में शामिल हुए राष्ट्रपति कोविंद - राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के प्रथम 'एलुमिनी मीट 2019' में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय का पूर्व छात्र होने पर गर्व है. साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व छात्रों का हर साल सम्मेलन आयोजित करना चाहिए.

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एलुमिनी मीट को राष्ट्रपति ने किया संबोधित.
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Published : Nov 30, 2019, 7:06 PM IST

Updated : Nov 30, 2019, 8:41 PM IST

कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के प्रथम 'एलुमिनी मीट 2019' को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि वो भी इस विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं. इस पर उन्हें गर्व है. केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी इस विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह यहां पूर्व छात्र के रूप में आए हैं. राष्ट्रपति के रूप में वह लगभग 150 केंद्रीय विश्वविद्यालयों /विभिन्न केंद्रीय संस्थानों के 'विजिटर सदस्य' हैं, इसलिए प्रोटोकॉल नियमों का पालन करना आवश्यक है.

एलुमिनी मीट को राष्ट्रपति ने किया संबोधित.

उन्होंने कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज ने शिक्षा, नारी शिक्षा एवं पिछड़े समाज के लोगों के उत्थान के लिए बहुत कार्य किये थे, इसलिए उनके नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है.

अतीत को किया याद
अपने अतीत को याद करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि पूर्व छात्रों का प्रति वर्ष सम्मेलन आयोजित करना चाहिए. ऐसे सम्मेलनों से आज के छात्र बहुत कुछ सीख सकेंगे. उन्होंने IIT दिल्ली की तर्ज पर इस विश्वविद्यालय में एक लाख 11 हजार की धनराशि अपनी तरफ से देकर 'एंडोमेंट फण्ड' बनाने का सुझाव दिया.

ये भी पढ़ें: राष्ट्रपति के रिश्तेदार को पाकिस्तान से आई Whatsapp कॉल, मिली जान से मारने की धमकी

उन्होंने कहा कि दिल्ली IIT के पूर्व छात्रों ने 250 करोड़ रुपए का 'एंडोमेंट फण्ड' बनाया है. इससे वर्तमान में पढ़ने वाले गरीब छात्रों की मदद की जा सकती है. सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्व छात्रों द्वारा कुलपति के सहयोग से इस प्रकार का फण्ड सृजित करना चाहिए.

पूर्व छात्रों को किया सम्मानित
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि फरवरी 2019 में अपने 3 शिक्षकों को सम्मानित कर अपार सुकून मिला था. 'एलुमनी मीट' प्रति वर्ष होने से एक-दूसरे का सुख-दुख जानने के साथ अनुभव को साझा कर बहुत कुछ सीख सकेंगे. इस अवसर पर उन्होंने 5 पूर्व छात्रों क्रमशः डॉ. गौर सिंह सिंहानिया (मौके पर अभिशेख सिंघानिया), आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित, प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, वीरेंद्र सिंह और मुखतारुल अमीन को सम्मानित किया.

उपमुख्यमंत्री ने किया संबोधित
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रपति जी के हृदय में कानपुर बसता है. प्रदेश में मथुरा सहित 100 कॉलेज की सूरत पूर्व छात्रों ने बदल दी है. कानपुर विश्वविद्यालय से प्रति वर्ष 10 लाख छात्र पुरातन छात्र बनते हैं. प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

ये भी पढे़ं: कानपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में हुए शामिल

केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अपने संबोधन में इस विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का अनुरोध किया. उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय से 11 जनपदों के 1000 से अधिक महाविद्यालय सम्बद्ध हैं. इस अवसर पर देश की प्रथम नागरिक सविता कोविंद, मन्त्री कमल रानी वरुण उपस्थित थीं.

कानपुर: छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के प्रथम 'एलुमिनी मीट 2019' को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि वो भी इस विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं. इस पर उन्हें गर्व है. केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी इस विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि वह यहां पूर्व छात्र के रूप में आए हैं. राष्ट्रपति के रूप में वह लगभग 150 केंद्रीय विश्वविद्यालयों /विभिन्न केंद्रीय संस्थानों के 'विजिटर सदस्य' हैं, इसलिए प्रोटोकॉल नियमों का पालन करना आवश्यक है.

एलुमिनी मीट को राष्ट्रपति ने किया संबोधित.

उन्होंने कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज ने शिक्षा, नारी शिक्षा एवं पिछड़े समाज के लोगों के उत्थान के लिए बहुत कार्य किये थे, इसलिए उनके नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है.

अतीत को किया याद
अपने अतीत को याद करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि पूर्व छात्रों का प्रति वर्ष सम्मेलन आयोजित करना चाहिए. ऐसे सम्मेलनों से आज के छात्र बहुत कुछ सीख सकेंगे. उन्होंने IIT दिल्ली की तर्ज पर इस विश्वविद्यालय में एक लाख 11 हजार की धनराशि अपनी तरफ से देकर 'एंडोमेंट फण्ड' बनाने का सुझाव दिया.

ये भी पढ़ें: राष्ट्रपति के रिश्तेदार को पाकिस्तान से आई Whatsapp कॉल, मिली जान से मारने की धमकी

उन्होंने कहा कि दिल्ली IIT के पूर्व छात्रों ने 250 करोड़ रुपए का 'एंडोमेंट फण्ड' बनाया है. इससे वर्तमान में पढ़ने वाले गरीब छात्रों की मदद की जा सकती है. सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्व छात्रों द्वारा कुलपति के सहयोग से इस प्रकार का फण्ड सृजित करना चाहिए.

पूर्व छात्रों को किया सम्मानित
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि फरवरी 2019 में अपने 3 शिक्षकों को सम्मानित कर अपार सुकून मिला था. 'एलुमनी मीट' प्रति वर्ष होने से एक-दूसरे का सुख-दुख जानने के साथ अनुभव को साझा कर बहुत कुछ सीख सकेंगे. इस अवसर पर उन्होंने 5 पूर्व छात्रों क्रमशः डॉ. गौर सिंह सिंहानिया (मौके पर अभिशेख सिंघानिया), आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित, प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, वीरेंद्र सिंह और मुखतारुल अमीन को सम्मानित किया.

उपमुख्यमंत्री ने किया संबोधित
उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रपति जी के हृदय में कानपुर बसता है. प्रदेश में मथुरा सहित 100 कॉलेज की सूरत पूर्व छात्रों ने बदल दी है. कानपुर विश्वविद्यालय से प्रति वर्ष 10 लाख छात्र पुरातन छात्र बनते हैं. प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.

ये भी पढे़ं: कानपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में हुए शामिल

केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अपने संबोधन में इस विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का अनुरोध किया. उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय से 11 जनपदों के 1000 से अधिक महाविद्यालय सम्बद्ध हैं. इस अवसर पर देश की प्रथम नागरिक सविता कोविंद, मन्त्री कमल रानी वरुण उपस्थित थीं.

Intro:
  कानपुर:-छत्रपति शिवाजी महाराज विश्विद्यालय के एलुमिनी मीट में शामिल हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

 छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय  के प्रथम " एल्युमनी मीट 2019" को संबोधित करते हुए भारत के मा0 राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने कहा कि वो भी इस विश्विद्यालय के छात्र रहे हैं ।इस पर उन्हें गर्व है। डॉ हर्ष वर्धन केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी इस विश्व विद्यालय के पूर्व छात्र रहें हैं ।वह यहां पूर्व छात्र के रूप में आये हैं । राष्ट्रपति के रूप में वह लगभग 150 केंद्रीय विश्व विद्यालयों /विभिन्न केंद्रीय संस्थायों के "विज़िटरसदस्य" हैं, इसलिए प्रोटोकॉल नियमों का पालन करना आवश्यक है.

   उन्होंने आगे कहा कि छत्रपति शाहू जी महाराज ने शिक्षा, नारी शिक्षा एवं पिछड़े समाज के लोगों के उत्थान के लिए बहुत कार्य किये थे, इसलिए उनके नाम पर विश्व विद्यालय का नाम रखा गया है।

        अपने अतीत को याद करते हुए उन्होंने कहा कि  पूर्व छात्रों का प्रति वर्ष सम्मेलन आयोजित करना चाहिए। ऐसे सम्मेलनों से आज के छात्र बहुत कुछ सीख सकेंगे। उन्होंने IIT दिल्ली के तर्ज पर  इस विश्वविद्यालय में " एंडोमेंट फण्ड" बनाने का सुझाव रु0 एक लाख ,11 हजार की धनराशि अपनी तरफ से देकर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली IIT के पूर्व छत्रों ने रु0 250 करोड़ का "इण्डोमेंट फण्ड" बनाया है इससे वर्तमान में पढ़ने वाले गरीब छात्रों की मदद की जा सकती है। सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्व छात्रों द्वारा वाईस चांसलर के सहयोग से इस प्रकार का फण्ड सृजित करना चाहिए।

     


Body:राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आगे कहा कि फरवरी 2019 में अपने 03 शिक्षको को सम्मानि कर अपार सुकून मिला था। "एल्युमनी मीट" प्रति वर्ष होने से एक दूसरे का सुख-दुख जानने के साथ अनुभव को साझा कर बहुत कुछ सीख सकेगें।

इस अवसर पर उन्होंने 05 पूर्व छात्रों  क्रमशः डॉ गौर सिंह सिंहानिया को (मौके पर श्री अभिशेख सिंघानिया को सम्मानित किया) ,डॉ  अरविंद दीक्षित VC ,आगरा विश्वविद्यालय,   श्रीमती नीलिमा कटियार राज्य मंन्त्री प्रदेश सरकार, श्री वीरेंद्र सिंह एवं श्री मुखतारुल अमीन को सम्मानित किया।
उपमुख्य मंन्त्री डॉ दिनेश शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि मा0 राष्ट्रपति जी के हृदय में कानपुर बसता है। प्रदेश में मथुरा सहित 100 कॉलेज की सूरत पूर्व छात्रों ने बदल दी है।कानपुर विश्व विद्यालय से प्रति वर्ष 10 लाख छात्र पुरातन छात्र बनते हैं । प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने का हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
VC छत्रपति शाहू जी महाराज प्रो0 नीलिमा गुप्ता ने अपने संबोधन में इस विश्व विद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि इस विश्वविद्यालय से 11 जनपदों के 1000 से अफ़हीक महाविद्यालय सम्बद्ध हैं।

        इस अवसर पर देश की प्रथम नागरिक श्रीमती सविता कोविंद , मा0 मंन्त्री श्रीमती कमल रानी वरुण  उपस्थित थीं।





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Last Updated : Nov 30, 2019, 8:41 PM IST
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