कानपुर: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भले ही यह लाख दावा करें कि प्रदेश के अंदर स्वास्थ्य सेवाएं काफी बेहतर हैं, लेकिन हकीकत में विपरीत है. कानपुर में मंगलवार को एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ, जिसने स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी है. यहां पोस्टमार्टम हाउस में लाइट कटने के बाद काफी देर तक शव को पोस्टमार्टम नहीं हो सका. वायरल वीडियो कानपुर हैलट अस्पताल का बताया जा रहा है.
बता दें कि सोमवार को कन्नौज के हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव के घर पुलिस नोटिस चस्पा करने गई थी. इस दौरान पुलिस टीम पर हिस्ट्रीशीटर ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इस फायरिंग में सिपाही सचिन राठी गंभीर रूप से घायल हो गया. जहां इलाज के दौरान सिपाही की मौत हो गई. मंगलवार को कानपुर हैलट अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में सिपाही के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा था. इसी दौरान अचानक लाइट कट गई, हालांकि इनवर्टर चल रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रुक गया था. वहीं, लाइट कटने के दौरान पोस्टमार्टम रुकने का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में साफ-तौर पर देखा जा सकता है कि पोस्टमार्टम हाउस में कुछ पुलिसकर्मी खड़े हुए हैं. वहीं, पोस्टमार्टम हाउस में कई शव भी रखे दिखाई दे रहे हैं. मौके पर मौजूद जिम्मेदार लोगों से सवाल पूछा जा रहा है कि क्या लाइट कटने की वजह से पोस्टमार्टम रुका हुआ है. तो वह कह रहे हैं कि लाइट न होने की वजह से एक्सरे नहीं हो पा रहा है, जिस वजह से पोस्टमार्टम रुका हुआ है. सरकारी महकमे का यह आलम है कि पोस्टमार्टम हाउस में जनरेटर की सुविधा नहीं है.
इस वायरल वीडियो की जांच के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संजय कला से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था की पूरी देख रेख की जिम्मेदारी सीएमओ के पास रहती है. पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था से उनका कोई लेना देना नहीं है. वहीं, जब इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने सीएमओ आलोक रंजन से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि, लाइट जाने की वजह से पोस्टमार्टम रुक गया था. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
हैलट में शहीद सिपाही के पोस्टमार्टम के दौरान कट गई लाइट, आधे घंटे तक रुका रहा पोस्टमार्टम - जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज
कानपुर हैलट अस्पताल (Kanpur Halat Hospital) से लाइट कटने के बाद पोस्टमार्टम रुकने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने के दावे की पोल खोलकर रख दी है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 26, 2023, 9:00 PM IST
कानपुर: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भले ही यह लाख दावा करें कि प्रदेश के अंदर स्वास्थ्य सेवाएं काफी बेहतर हैं, लेकिन हकीकत में विपरीत है. कानपुर में मंगलवार को एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ, जिसने स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी है. यहां पोस्टमार्टम हाउस में लाइट कटने के बाद काफी देर तक शव को पोस्टमार्टम नहीं हो सका. वायरल वीडियो कानपुर हैलट अस्पताल का बताया जा रहा है.
बता दें कि सोमवार को कन्नौज के हिस्ट्रीशीटर अशोक उर्फ मुन्ना यादव के घर पुलिस नोटिस चस्पा करने गई थी. इस दौरान पुलिस टीम पर हिस्ट्रीशीटर ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इस फायरिंग में सिपाही सचिन राठी गंभीर रूप से घायल हो गया. जहां इलाज के दौरान सिपाही की मौत हो गई. मंगलवार को कानपुर हैलट अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में सिपाही के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा था. इसी दौरान अचानक लाइट कट गई, हालांकि इनवर्टर चल रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रुक गया था. वहीं, लाइट कटने के दौरान पोस्टमार्टम रुकने का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में साफ-तौर पर देखा जा सकता है कि पोस्टमार्टम हाउस में कुछ पुलिसकर्मी खड़े हुए हैं. वहीं, पोस्टमार्टम हाउस में कई शव भी रखे दिखाई दे रहे हैं. मौके पर मौजूद जिम्मेदार लोगों से सवाल पूछा जा रहा है कि क्या लाइट कटने की वजह से पोस्टमार्टम रुका हुआ है. तो वह कह रहे हैं कि लाइट न होने की वजह से एक्सरे नहीं हो पा रहा है, जिस वजह से पोस्टमार्टम रुका हुआ है. सरकारी महकमे का यह आलम है कि पोस्टमार्टम हाउस में जनरेटर की सुविधा नहीं है.
इस वायरल वीडियो की जांच के लिए ईटीवी भारत की टीम ने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संजय कला से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था की पूरी देख रेख की जिम्मेदारी सीएमओ के पास रहती है. पोस्टमार्टम हाउस की व्यवस्था से उनका कोई लेना देना नहीं है. वहीं, जब इस पूरे मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने सीएमओ आलोक रंजन से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि, लाइट जाने की वजह से पोस्टमार्टम रुक गया था. मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.