कानपुर: आईआईटी कानपुर कैम्पस में 29 दिसंबर 2023 को दुमका, झारखंड निवासी प्रियंका जायसवाल ने केमिकल इंजीनियरिंग से पीएचडी करने के लिए ज्वाइन किया था. उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा कि महज 21 दिनों बाद प्रियंका खुदकुशी जैसा कदम उठा लेगी. तफ्तीश में पुलिस को प्रियंका के कमरे से अभी तक कोई सुसाइड नोट तो नहीं मिला पर उसका मोबाइल मिल गया है. इसे फोरेंसिक टीम ने कब्जे में ले लिया है. पुलिस के आला अफसर मान रहे हैं कि मोबाइल से ही प्रियंका की आत्महत्या का राज खुल सकता है.
पिता ने सुबह कई बार की थी कॉल, पर प्रियंका का फोन नहीं उठा: प्रियंका के पिता नरेंद्र जायवाल ने सुबह प्रियंका को कई बार कॉल की थी, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई. ऐसे में घबराकर पिता ने हॉस्टल मैनेजर रितु पांडेय को पूरी जानकारी दी. जब हॉस्टल मैनेजर रितु संग अन्य प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे तो प्रियंका का शव मिला. प्रियंका को कैम्पस में रहते हुए बहुत कम समय बीता था. उसकी बहुत अधिक दोस्ती भी नहीं थी. फिर भी पुलिस ने शक के आधार पर कुछ छात्रों से पूछताछ की है. एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने कहा, पुलिस की जांच जारी है. माता-पिता के आने का इंतजार है. हो सकता है, कि उनसे पुलिस को कुछ इनपुट मिल सके.
आईआईटी प्रशासन ने कहा- एक और मेधावी छात्रा को खो दिया: प्रियंका की मौत के बाद आईआईटी कानपुर के प्रशासनिक अफसरों ने कहा कि एक बार फिर संस्थान ने एक मेधावी छात्रा को खो दिया. आईआईटी कानपुर के निदेशक एस गणेश ने कहा कि वह पुलिस की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. वह प्रियंका के परिजनों से भी बात करेंगे.
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