कानपुर: जिले के थाना बाबू पुरवा पुलिस ने झकरकटी बस अड्डे से चार टप्पेबाजों को पकड़ा है. ये टप्पेबाज लोगों को सस्ते में सोने के बिस्किट खरीदने का लालच देकर ठगी करने का काम करते थे. ये गिरोह प्रदेश के पूर्वांचल में ज्यादातर सक्रिय रहता था. सोमवार को गिरोह के चार सदस्य शहर स्थित झकरकटी बस अड्डे पर लोगों से जालसाजी कर रहे थे, तभी पुलिस ने चारों टप्पेबाजों को गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, बाबू पुरवा पुलिस झकरकटी बस स्टैंड पर यात्रियों के सामान की चेकिंग कर रही थी. तभी मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति बस स्टैंड पर पीली धातु के बिस्किट लिए हैं और यात्रियों को बेचकर ठगी करने की फिराक में हैं. पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए बस स्टैंड के पीछे वाले गेट के पास से चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान पकड़े गए शातिरों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जो प्रदेश के विभिन्न जनपदों में घूम-घूमकर यात्रियों को ठगी का शिकार बनाते हैं. इन ठगों के पास से 13 पीली धातु के बिस्किट, 3 मोबाइल फोन और 1,840 रुपये नकद बरामद हुए हैं.
कैसे करते हैं जालसाजी
गिरोह का एक सदस्य किसी स्थान पर सोने का बिस्किट गिरा देता है और बिस्किट खो जाने का ड्रॉमा करता है और वहां से चला जाता है. बाद में इसी गिरोह का दूसरा व्यक्ति चुपचाप आकर सोने के बिस्किट मिलने की बात कहता है और वहां मौजूद लोगों से सस्ते दाम में बिस्किट देने की बात कहता है. गैंग का तीसरा और चौथा सदस्य बिस्किट अधिक कीमत में खरीदने की बात कहते हैं, जिससे जनता को विश्वास हो जाता है कि बिस्कुट सोने का है. इस तरह लोग इन शातिरों के झांसे में आकर ठगी का शिकार होते हैं. जब व्यक्ति बिस्किट का परीक्षण कराते हैं, तो वह नकली पाया जाता है. तब उसको अपने साथ हुई ठगी का अहसास होता है.