कानपुर: 3 साल बाद बीएसएनल कर्मी रमेश चंद्र गुप्ता पर पॉक्सो का केस दर्ज हो गया है. न्यायालय के आदेश पर किदवई नगर थाने में केस दर्ज हुआ है. 2019 में घर में चौका-बर्तन करने वाली दलित महिला की नाबालिग बेटी को शिकार बनाया था. 2021 में दलित किशोरी ने मां को रोते हुए आपबीती सुनाई थी. 1 साल तक चक्कर काटने के बाद भी पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगा था. जिसके बाद घटना के 3 साल बाद न्यायालय के आदेश पर केस दर्ज हुआ है. आरोपी रमेश चंद्र गुप्ता पर पॉक्सो और SC/ST एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
कानपुर के जूही थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली महिला ने जानकारी देते हुए बताया कि वह किदवई नगर के, K-ब्लॉक में एक अपार्टमेंट में काम करती थी वह अपार्टमेंट रमेश चंद्र गुप्ता के नाम पर है. वहां वह महिला सफाई और बर्तन धोने का काम करती थी महिला ने बताया कि 2019 में रमेश चंद्र गुप्ता ने महिला की नाबालिग बेटी जोकि इंटर में पढ़ रही थी. उसे कोचिंग पढ़ाने के बहाने घर पर बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया और बेटी को धमकाया कि अगर इसके बारे में किसी को बताया तो तुम्हें और तुमारी मां को जेल भिजवा दूंगा.
पीड़ित नाबालिग बेटी के पेट में जब दर्द हुआ तो उसने अपनी मां को रमेश चंद्र गुप्ता की करतूत के बारे में बताया. जब पूरा मामला खुला तो पीड़ित परिवार पर रमेश चंद्र गुप्ता ने दबाव बनाना शुरू किया. पीड़िता किदवई नगर थाने के चक्कर लगाती रही, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद अब कोर्ट के आदेशों के बाद आरोपी रमेश चंद्र गुप्ता पर पॉक्सो और SC/ST एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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