कानपुर: पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी अधिकारियों की लापारवाही का शिकार हो रहा है. कानपुर नगर निगम में उत्तर प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार को सॉलिड वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन का लोकार्पण किया था, लेकिन यह 24 घंटे भी काम नहीं कर सका और बंद हो गया.
मंगलवार शाम को कानपुर नगर निगम में नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, नगर की महापौर प्रमिला पांडे और बीजेपी दल के तमाम विधायकों ने कानपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में एक सौगात दी थी. यह सौगात थी कानपुर शहर के चुन्नी गंज इलाके में सॉलिड वेस्ट स्टेशन के लोकार्पण की. नगर विकास मंत्री ने उद्घाटन का फीता काटा और कॉम्पैक्टर में कुड़ा डालकर स्टेशन की शुरुआत कराई. इस स्टेशन के जरिए शहर के कुड़े को संयंत्र में डाला जाता है और मशीन कूड़े का केक बना देती है. फिर कूड़े को पनकी संयंत्र में भेज दिया जाता है, जहां इस कूड़े के केक से बिजली बनाई जाती है.
लोकार्पण के बाद मंत्री जी खुश तो हो गए और अफसरों के चेहरे भी खिल उठे, लेकिन मंगलवार रात तीन करोड़ की लागत वाले जिस सॉलिड वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन का उद्घाटन हुआ था, बुधवार के बाद से उसके शटर ही नहीं खुले. अब नगर निगम के अफसर अपने इंजीनियरों की करतूतों पर पर्दा डालते दिख रहे हैं. वह सफाई देते हुए कहते हैं कि अभी ट्रायल रन चल रहा है. इसके बाद यह सिस्टम पूरी क्षमता से कार्य करेगा.