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कानपुर: जिला प्रशासन ने पॉलीथिन फैक्ट्रियों पर की छापेमारी - कानपुर की पाॅलीथिन फैक्ट्री में छापा मारकर अधिक मात्रा में पाॅलीथिन जब्त की

जनपद में जिला प्रशासन ने अवैध रूप से संचालित हो रहे पाॅलीथिन फैक्ट्री में छापा मारा. इस दौरान एसीएम-4 के नेतृत्व में टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में पाॅलीथिन जब्त की है.

जिला प्रशासन ने पाॅलीथिन फैक्ट्रियों में मारा छापा.
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Published : Jun 13, 2019, 8:30 PM IST

कानपुर: उत्तर प्रदेश में पाॅलीथिन पर फिर से प्रतिबंध लगाया गया है. कुछ कानूनी बदलाव के कारण साल 2015 में लगाया गया पाॅलीथिन पर प्रतिबंध प्रभावी साबित नहीं हुआ था. योगी सरकार इन सभी अटकलों को दूर कर पाॅलीथिन फिर से बंद कराने का दावा कर रही है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन के नेतृत्व में गठित की गई टीमों ने कानपुर की पाॅलीथिन फैक्ट्री में छापा मारा.

पाॅलीथिन फैक्ट्री में छापेमारी

  • बुधवार को जिला प्रशासन की टीमों ने एसीएम-4 के नेतृत्व में बेकनगंज थाना क्षेत्र में पाॅलीथिन बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा.
  • कानपुर नगर निगम, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और जीएसटी की टीम ने अवैध रूप से संचालित की जा रही पाॅलीथिन भारी मात्रा में जब्त की है.
  • यहां सख्त आदेश के बाद भी कारखानों में पॉलीथिन बनती और बिकती है.
  • प्रतिबंध के बावजूद पाॅलीथिन का खुलकर हो रहा है इस्तेमाल.
    जिला प्रशासन ने पाॅलीथिन फैक्ट्रियों में मारा छापा.

नवंबर 2015 में प्रयागराज ई-कोर्ट ने राज्य सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि एक माह की अवधि में पॉलीथिन पर रोक सुनिश्चित कर ली जाए. इसके बाद दिसंबर 2015 में तत्कालीन अखिलेश सरकार ने पाॅलीथिन पर रोक लगा दिया था. यह कानून कुछ समय तक तो प्रभावी दिखा, लेकिन बाजार में पॉलीथिन की बिक्री दोबारा शुरू हो गई. योगी सरकार ने इसको गंभीरता से लेते हुए एक बार फिर से पाॅलीथिन के बनाने और उसका उपयोग करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.

डीएम के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. पाॅलीथिन बैग पर जो बैन लगा हुआ था, उनके प्रयोग के क्रम में यहां फैक्ट्री में छापा मारा है.
-रिजवाना, एसीएम-4

यहां छापा मारा गया है, इसमें भारी मात्रा में पाॅलीथिन पाई गई है. यहां के कर्मचारी फैक्ट्री का दरवाजा नहीं खोल रहे थे. काफी देर बाद दरवाजा खोला और हम लोगों ने देखा कि भारी मात्रा में अवैध पाॅलीथिन बनाई जा रही है.
-वाई के द्विवेदी, नोडल अधिकारी

कानपुर: उत्तर प्रदेश में पाॅलीथिन पर फिर से प्रतिबंध लगाया गया है. कुछ कानूनी बदलाव के कारण साल 2015 में लगाया गया पाॅलीथिन पर प्रतिबंध प्रभावी साबित नहीं हुआ था. योगी सरकार इन सभी अटकलों को दूर कर पाॅलीथिन फिर से बंद कराने का दावा कर रही है. इसी कड़ी में जिला प्रशासन के नेतृत्व में गठित की गई टीमों ने कानपुर की पाॅलीथिन फैक्ट्री में छापा मारा.

पाॅलीथिन फैक्ट्री में छापेमारी

  • बुधवार को जिला प्रशासन की टीमों ने एसीएम-4 के नेतृत्व में बेकनगंज थाना क्षेत्र में पाॅलीथिन बनाने वाली फैक्ट्री में छापा मारा.
  • कानपुर नगर निगम, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और जीएसटी की टीम ने अवैध रूप से संचालित की जा रही पाॅलीथिन भारी मात्रा में जब्त की है.
  • यहां सख्त आदेश के बाद भी कारखानों में पॉलीथिन बनती और बिकती है.
  • प्रतिबंध के बावजूद पाॅलीथिन का खुलकर हो रहा है इस्तेमाल.
    जिला प्रशासन ने पाॅलीथिन फैक्ट्रियों में मारा छापा.

नवंबर 2015 में प्रयागराज ई-कोर्ट ने राज्य सरकार को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि एक माह की अवधि में पॉलीथिन पर रोक सुनिश्चित कर ली जाए. इसके बाद दिसंबर 2015 में तत्कालीन अखिलेश सरकार ने पाॅलीथिन पर रोक लगा दिया था. यह कानून कुछ समय तक तो प्रभावी दिखा, लेकिन बाजार में पॉलीथिन की बिक्री दोबारा शुरू हो गई. योगी सरकार ने इसको गंभीरता से लेते हुए एक बार फिर से पाॅलीथिन के बनाने और उसका उपयोग करने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है.

डीएम के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. पाॅलीथिन बैग पर जो बैन लगा हुआ था, उनके प्रयोग के क्रम में यहां फैक्ट्री में छापा मारा है.
-रिजवाना, एसीएम-4

यहां छापा मारा गया है, इसमें भारी मात्रा में पाॅलीथिन पाई गई है. यहां के कर्मचारी फैक्ट्री का दरवाजा नहीं खोल रहे थे. काफी देर बाद दरवाजा खोला और हम लोगों ने देखा कि भारी मात्रा में अवैध पाॅलीथिन बनाई जा रही है.
-वाई के द्विवेदी, नोडल अधिकारी

Intro:कानपुर :- जिला प्रशासन ने प्लास्टिक फैक्टरियों में मारा छापा , भारी मात्रा में जब्त की पॉलीथिन ।

उत्तर प्रदेश में पाॅलीथीन पर फिर से प्रतिबन्ध लगाया गया है । कुछ कानूनी नुक्तों के कारण सन् 2015 में लगाया गया प्रतिबन्ध प्रभावी नहीं रह गया था लेकिन अब योगी सरकार इन रोड़ों को दूर करके पाॅलीथीन बन्द करायेगी। इसी कड़ी में जिला प्रशाशन के नेतृत्व में गठित की गयी टीमों ने कानपुर में कई प्लास्टिक फैक्ट्रियों में छापा मारा जंहा पर प्रतिबंधित पॉलिथीन बनायीं जा रही थी | 


Body:उत्तर प्रदेश में पाॅलीथीन के इस्तेमाल पर प्रतिबन्ध अब सिर्फ कागजों पर है। यहाॅ धड़ल्ले से कारखानों में पालीथीन बन रही, बिक रही है और इस्तेमाल में लायी जा रही है। जबकि नवम्बर 2015 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को स्पष्ट निर्देश दिये थे कि एक माह की अवधि में पालीथीन पर रोक सुनिश्चित कर ली जाय। इसके बाद दिसम्बर 2015 में तत्कालीन अखिलेश सरकार ने पाॅलीथीन पर रोक वाला कानून लागू कर दिया था। यह कानून कुछ समय तो प्रभावी दिखा लेकिन बाजार में पालीथीन की बिक्री किसी से छिपी नहीं है। योगी सरकार ने इसको गंभीरता से लेते हुए एक बार फिर से पॉलिथीन के बनाने और उसका उपयोग करने पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगा दिया है | कानपुर नगर निगम,,पलूशन कंट्रोल बोर्ड,,व जीएसटी की टीम ने एसीएम-4 के नेतृत्व में बेकनगंज थाना क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित की जा रही एमएम प्लास्टिक में छापा मारकर भारी मात्रा में पॉलिथीन जब्त करी | 

बाईट - रिजवाना , एसीएम-4 
बाईट - वाई के द्धिवेदी ,   नोडल अधिकारी 

अखण्ड प्रताप सिंह
कानपुर ।


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