कानपुर: जिले में कोरोना काल में स्कूल प्रशासन द्वारा फीस जमा कराने के विरोध में चेतना बिल्डिंग गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की गई. यहां अभिभावक महासंघ के तत्वावधान में लोगों ने प्रदेश सरकार का विरोध करते हुए संपूर्ण फीस माफी की मांग की. इस दौरान अभिभावकों ने अपने बच्चों के बैग और कॉपी जला दी. अभिभावकों का कहना था कि निजी स्कूलों की मनमानी के चलते जब इस तरीके से फीस वसूली की जाएगी तो पढ़ाने से आगे क्या फायदा है. वहीं अभिभावक महासंघ के पदाधिकारियों ने कहा कि वह आगामी उपचुनाव में 'कमल का फूल सबसे बड़ी भूल' का नारा देकर भाजपा के प्रत्याशियों का पुरजोर विरोध करेंगे.
कोरोना काल में जिस तरीके से स्कूल बंद हो गए और उसके बाद ऑनलाइन क्लासेस चलाई गईं. इसके बाद अब स्कूल प्रशासन द्वारा बच्चों के ऊपर जबरन फीस जमा करने का दबाव डाला जा रहा है. फीस न जमा करने पर बच्चों के नाम स्कूल से काटे जा रहे है. ऐसे में अभिभावक संघ ने सामने आकर फीसमाफी को लेकर अभियान शुरू किया है.
कोरोना काल में फीसमाफी को लेकर लगातार अभिभावक लगे हुए हैं. वही अभी तक सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी है, जिसको लेकर उनका अभियान लगातार जारी है. इसी को लेकर शनिवार को अभिभावकों ने अपने बच्चों के स्कूल बैग, किताबें और कॉपियां जला कर विरोध किया. उनका कहना है कि जब सरकार उनकी बात ही नहीं मानेगी और ऐसे में जब उनके बच्चे पढ़ ही नहीं पाएंगे तो इन कॉपी-किताबों का क्या फायदा.
अभिभावक संघ के नेता राकेश मिश्रा ने बताया कि लगातार फीसमाफी को लेकर हम सभी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार चेतती नजर नहीं आ रही है. इसी के चलते आज हम सभी ने अपने बच्चों के बैग और कॉपी लेकर उनको आग में जला दिया. निजी स्कूलों की शासन-प्रशासन में पैठ है, जिसकी वजह से कोई उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है. हम सभी ने तय किया है कि घाटमपुर में होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपा प्रत्याशियों का पुरजोर विरोध करेंगे.