कानपुर: जिले के बिधनू थाना क्षेत्र स्थित दुर्जनपुर गांव में एक बुजुर्ग ने पुलिस प्रताड़ना से परेशान होकर सोमवार की रात फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली.अधिकारी कार्रवाई की जगह आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने का काम कर रहे हैं.
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पेड़ से नीचे उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस उत्पीड़न की बात को गलत बता रही हैं. उनका कहना है कि बुजुर्ग ने बेटे की करतूत से परेशान होकर आत्मघाती कदम उठाया है.
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मृतक के बड़े बेटे पर अपनी पत्नी की हत्या का है आरोप
दरअसल, मृतक के बड़े बेटे पर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप है. जिसकी तलाश के लिए पुलिस ने प्रयास किया और आरोपी को पकड़ नहीं पाई. इसके बाद पुलिस ने परिवार वालों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर बुजुर्ग ने सोमवार की रात फांसी लगा कर जान दे दी.
बुजुर्ग का शव आज मंगलवार को घर के बाहर पेड़ से लटकता हुआ मिला. जिसे देखने के बाद परिजनों और ग्रामीणों में हड़कम्प मच गया. दरअसल, बुजुर्ग ने कई साल पहले ही आरोपी बेटे को घर से बेदखल कर दिया था और वह घर से दूर अलग अपनी पत्नी के साथ रहता था.
पुलिस के थर्ड डिग्री के निशान शरीर पर छपे हुए थे
पुलिस ने आरोपी कुलदीप के पिता रमा शंकर को तीन दिनों हिरासत में रखा था. जहां उसे तमाम यातनाएं दी गई और जब पुलिस ने उसे थाने से छोड़ा तो बुजुर्ग दो दिनों तक गुमशुम था. पुलिस ने आरोपी कुलदीप के भाई जगदीप को भी एक सप्ताह तक हिरासत में रखकर थर्ड डिग्री दिया था.
आज मंगलवार के पिता की मौत के बाद उसे थाने से छोड़ा गया. पोस्टमार्टम हाउस में उसने पुलिस के सितम की कहानी बयां की. पुलिस के थर्ड डिग्री के निशान उसके शरीर पर छपे हुए थे. आरोपी के पिता और भाई पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया गया था.