कानपुरः राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा हर वर्ष 25 अगस्त से आठ सितंबर तक मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य नेत्रदान के लिए जनमानस को जाग्रत करना है. इस अवसर पर शुक्रवार को गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (GSVM) कानपुर के आई बैंक में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इसमें मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य एवं डीन डॉक्टर आर बी कमल उपस्थित रहे. उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारत वर्ष में हर साल 1 करोड़ लोगों की मृत्यु होती है, जिसमें से केवल 45 हज़ार आंखों का दान होता है. अतः सभी से निवेदन है कि बढ़ चढ़कर नेत्रदान के इस मुहिम को आगे बढ़ाना है.
इस अवसर पर सुपरिटेंडेंट इन चीफ़ प्रोफ़ेसर रिचा गिरी भी मौजूद रहीं और उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति के द्वारा प्राप्त कॉर्निया से 2-4 लोगों की आंखों में रोशनी प्रदान की जा सकती है. अतः सभी लोग बढ़ चढ़कर इस मुहिम में हिस्सा लें. नेत्र विभागाध्यक्ष डॉक्टर परवेज़ ख़ान ने कहा कि कोविड की वजह से इस बार नेत्रदान पखवाड़े को ऑनलाइन माध्यम से मनाया जाएगा.
आई बैंक प्रभारी डॉक्टर शालिनी मोहन ने बताया कि नेत्रदान पखवाड़े की शुरुआत में ही दो विभूतियों का मरणोपरान्त नेत्रदान हुआ. स्व. श्री गोविंद प्रसाद निगम जिनकी मृत्यु 26 अगस्त को हुई थी और वे 82 वर्ष के थे तथा स्वर्गीय श्यामलाल खत्री जिनका स्वर्गवास 25 अगस्त को हुआ था. इनका नेत्रदान कृष्णा नगर से पूर्व पार्षद मदन लाल भाटिया के सहयोग से हुआ था.