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21 दिसंबर को फिर से लगेगा नगर निगम का सदन, विवाद के कारण हुआ था स्थगित

कानपुर नगर निगम का सदन फिर से लगने जा रहा है. इससे पहले यह सदन उपनेता सदन महेंद्र शुक्ला दद्दा और पार्षद रमेश हटी के बीच हुए विवाद के कारण स्थगित हो गया था.

विवाद के कारण हुआ था स्थगित
विवाद के कारण हुआ था स्थगित
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Published : Dec 18, 2020, 7:15 PM IST

कानपुर: कानपुर नगर निगम का सदन 21 दिसंबर को फिर से लगने जा रहा है. पिछली बार पार्षद दल के उपनेता सदन महेंद्र शुक्ला दद्दा और पार्षद रमेश हटी के बीच हुए विवाद के चलते सदन 18 नवंबर को स्थगित हो गया था. इसके चलते सदन में पास होने वाले कई प्रस्ताव स्थगित हो गए थे, जिनकी इस बार पास होने की संभावना है.

पास हो सकती है विज्ञापन नीति
सदन स्थगित होने के चलते काफी समय से लंबित विज्ञापन नीति रह गई थी, जिसके इस बार सदन में पास होने के कयास लगाए जा रहे हैं. इस नीति के पास होने के बाद काफी समय से विज्ञापन को लेकर जो विवाद चल रहे हैं, उनका भी निस्तारण हो सकेगा.

उठ सकता है उपनेता सदन के विवाद का मामला
उपनेता सदन महेंद्र शुक्ल दद्दा और पार्षद रमेश हटी के बीच हुए विवाद के चलते इस सदन में भी सरगर्मी बढ़ सकती है. भाजपा के पार्षद का आपस में यह टकराव सदन से सड़क तक चला था. इसमें मुकदमा तक कायम किया गया. वहीं, सदन में भाजपा के इस रवैया को लेकर संगठन के आलाधिकारियों में काफी नाराजगी थी.

अभी भी एक करोड़ है यक्ष प्रश्न
पिछले सदन में सभी पार्षदों को एक करोड़ रुपये विकास के लिए आवंटित करने की बात कही गई थी. इससे पार्षद अपने क्षेत्र में विकास करा सकेंगे, लेकिन अभी इसको लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं. वहीं, पार्षदों में अभी भी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इसमें एक करोड़ रुपये कैसे खर्च होगा और किस तरीके से पार्षदों को मिलेगा. इसको लेकर भी सदन में सवाल-जवाब हो सकते हैं.

कानपुर: कानपुर नगर निगम का सदन 21 दिसंबर को फिर से लगने जा रहा है. पिछली बार पार्षद दल के उपनेता सदन महेंद्र शुक्ला दद्दा और पार्षद रमेश हटी के बीच हुए विवाद के चलते सदन 18 नवंबर को स्थगित हो गया था. इसके चलते सदन में पास होने वाले कई प्रस्ताव स्थगित हो गए थे, जिनकी इस बार पास होने की संभावना है.

पास हो सकती है विज्ञापन नीति
सदन स्थगित होने के चलते काफी समय से लंबित विज्ञापन नीति रह गई थी, जिसके इस बार सदन में पास होने के कयास लगाए जा रहे हैं. इस नीति के पास होने के बाद काफी समय से विज्ञापन को लेकर जो विवाद चल रहे हैं, उनका भी निस्तारण हो सकेगा.

उठ सकता है उपनेता सदन के विवाद का मामला
उपनेता सदन महेंद्र शुक्ल दद्दा और पार्षद रमेश हटी के बीच हुए विवाद के चलते इस सदन में भी सरगर्मी बढ़ सकती है. भाजपा के पार्षद का आपस में यह टकराव सदन से सड़क तक चला था. इसमें मुकदमा तक कायम किया गया. वहीं, सदन में भाजपा के इस रवैया को लेकर संगठन के आलाधिकारियों में काफी नाराजगी थी.

अभी भी एक करोड़ है यक्ष प्रश्न
पिछले सदन में सभी पार्षदों को एक करोड़ रुपये विकास के लिए आवंटित करने की बात कही गई थी. इससे पार्षद अपने क्षेत्र में विकास करा सकेंगे, लेकिन अभी इसको लेकर कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं हुए हैं. वहीं, पार्षदों में अभी भी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इसमें एक करोड़ रुपये कैसे खर्च होगा और किस तरीके से पार्षदों को मिलेगा. इसको लेकर भी सदन में सवाल-जवाब हो सकते हैं.

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