कानपुर : IIT कानपुर और जेके सीमेंट लिमिटेड ने स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (SMRT) की स्थापना के लिए संस्थान की महत्वाकांक्षी पहल के तहत परिसर में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में एक साथ काम करने के लिए एक समझौता किया गया है. IIT कानपुर और देश की अग्रणी सीमेंट कंपनी जेके सीमेंट लिमिटेड ने एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना के क्षेत्र में सहयोग करने के लिए MoU पर साइन किये. जेकेसीएल ने अपने सीएसआर फंड के रूप में 60 करोड़ रुपये के वित्त पोषण के साथ इस पहल का समर्थन करने की सहमति दी है.
यह एमओयू देश में चिकित्सा अनुसंधान और नवाचार के प्रति दृष्टिकोण में एक आदर्श बदलाव लाने के लिए आईआईटी कानपुर के प्रयास का हिस्सा है. आईआईटी कानपुर ने स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी (SMRT) स्थापित करने की महत्वाकांक्षी योजना बनायी है. इसमें भविष्य की दवाओं पर उत्कृष्टता केंद्र और एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करने का भी प्रस्ताव है.
![आईआईटी कानपुर और जेके सीमेंट के बीच एमओयू](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-kan-01-iitk-jk-mou-pkg-up10051_26102021162938_2610f_1635245978_871.jpg)
एमओयू पर प्रोफेसर अभय करंदीकर, निदेशक आईआईटी कानपुर और डॉ. राघवपत सिंघानिया, प्रबंध निदेशक जेके सीमेंट लिमिटेड, सिंघानिया (उपाध्यक्ष, जेके संगठन और निदेशक जेके सीमेंट लिमिटेड), माधवकृष्ण सिंघानिया (उप प्रबंध निदेशक और सीईओ, जेके सीमेंट लिमिटेड), अजय कुमार सरावगी (उप प्रबंध निदेशक और सीएफओ, जेके सीमेंट लिमिटेड) आईआईटी कानपुर से प्रोफेसर एस. गणेश (उप निदेशक), प्रोफेसर जयंत कुमार सिंह (डीन, संसाधन और पूर्व छात्र), कपिल कौल (सीईओ, आईआईटी के डेवलपमेंट फाउंडेशन) और जेके सीमेंट लिमिटेड के अन्य वरिष्ठ प्रबंधन व्यक्तियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गये.
आईआईटी कानपुर के 1975 बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के पूर्व छात्र यदुपति सिंघानिया के व्यापार के विकास में योगदान का सम्मान करने के लिए प्रस्तावित अस्पताल का नाम 'यदुपति सिंघानिया मेमोरियल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल' रखा गया है. उनके नेतृत्व में जेकेसीएल 3 बिलियन डॉलर से अधिक के बाजार पूंजीकरण और देश भर में कई हजार लोगों को रोजगार देने के साथ देश में 15 मिलियन टन की क्षमता वाली अग्रणी सीमेंट निर्माण कंपनी बन गयी है.
प्रोफेसर अभय करंदीकर, निदेशक आईआईटी कानपुर ने इस मौके पर कहा कि कानपुर के निवासियों के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों के लोगों को भी इससे लाभ होगा. प्रस्तावित अस्पताल मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी स्कूल से जुड़ा होगा.
SMRT परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा. परियोजना के पहले चरण में लगभग 7,00,000 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ 400 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, अकादमिक ब्लॉक, आवासीय/छात्रावास और सर्विस ब्लॉक की स्थापना शामिल होगी. SMRT का पहला चरण चिकित्सा के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) भी स्थापित करेगा. परियोजना के पहले चरण को अगले 3-5 वर्षों में पूरा करने की योजना है. SMRT परियोजना के दूसरे चरण में अस्पताल की क्षमता 1000 बिस्तरों तक बढ़ जाएगी. साथ ही क्लिनिकल विभागों/केंद्रों, अनुसंधान क्षेत्रों में विस्तार, पैरामेडिकल विषयों, वैकल्पिक चिकित्सा, अस्पताल प्रबंधन, खेल चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों को शामिल किया जाएगा. SMRT परियोजना के दूसरे चरण को 7-10 वर्षों की अवधि में पूरा करने की योजना है.
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