कानपुर: नगर निगम के पास जिस तरह पूरे शहर के विकास की जिम्मेदारी होती है. ठीक उसी प्रकार से अब कानपुर नगर निगम के अधिकारी शहर में कब्जा किए गए प्राचीन मंदिरों को संरक्षित करने का काम करेगा. इस कवायद के लिए महापौर प्रमिला पांडेय ने बड़ा फैसला किया है. अधिकतर प्राचीन मंदिर मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में हैं. इसलिए सभी नियमों को ध्यान में रखकर संरक्षित करने की तैयारी की जा रही है.
हिंदू अपने घरों में रहें, तो कब्जे नहीं होंगेः महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि अगर कोई विशेष वर्ग समुदाय का व्यक्ति किसी मंदिर पर कब्जा करता है तो वह शांत नहीं बैठेंगी. उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले वह मुंशीपुरवा पहुंची थी. वहां एक मंदिर का निरीक्षण किया. उस मंदिर पर कई लोगों ने कब्जा कर रखा था. मंदिर के बगल में बना सैकड़ों साल पुराना कुआं जानवरों की हड्डियों से भरा हुआ था. मंदिर के चारों तरफ गंदगी फैली हुई थी. इस वजह से मंदिर के आसपास कोई खड़ा नहीं हो सकता था. जब लोग मंदिर का यह हाल करेंगे, तो कौन बर्दाश्त करेगा. महापौर ने कहा कि यह देखकर उन्होंने निर्णय लिया कि नगर निगम क्षेत्र में आने वाले सभी मंदिरों को कब्जा मुक्त कराएंगी. साथ ही हिंदू परिवारों से अपने घरों को न बेचने की अपील करेंगी. अगर उनका पलायन रुकेगा, तभी सभी मंदिर सुरक्षित रहेंगे.
मंदिर के पास बिक रही थी बिरयानी: बता दें कि शहर के बेकनगंज स्थित रामजानकी मंदिर के पास बाबा बिरयानी रेस्टोरेंट स्थित है. इस रेस्टोरेंट को शत्रु संपत्ति घोषित किया जा चुका है. इसके बाद भी इस रेस्टोरेंट का संचालन किया जा रहा था. कई बार प्रशासनिक अधिकारियों ने रेस्टोरेंट को हटवाया. लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के जाते ही संचलाक फिर से अपनी दुकानें लगा लेते थे. इस मामले में महापौर ने कहा कि सूचना मिलने पर वह पहुंच गई. इसके बाद सभी संचालकों को फटकारते हुए बिरयानी की दुकानों को बंद करा दिया.
100 से अधिक मंदिर होंगे संरक्षितः महापौर प्रमिला पांडेय ने कहा कि शहर के 100 से अधिक मंदिरों को संरक्षित करने का काम कानपुर नगर निगम करेगा. यहां कब्जा किए हुए प्रचीन मंदिरों को पूरी तरह से कब्जामुक्त कराएंगे. साथ ही उनका पुराना स्वरूप वापस लौटाएंगे.
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