कानपुर: बिकरू कांड में शहीद हुए क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा के विभागीय पत्र के वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं जब आला अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर एसएसपी कार्यालय से सीओ के पत्र को लेकर पड़ताल की तो चौंकाने वाली बात सामने आई. पुलिस कार्यालय में सीओ की ओर से भेजा गया तत्कालीन एसएसपी के नाम का सरकारी पत्र ही गायब मिला.
पत्र वायरल होने के बाद जब एसएसपी कार्यालय में पत्र की तलाशी हुई और फाइलें खंगाली गई तो पत्र ही नहीं मिला. गौरतलब है कि मार्च में सीओ देवेंद्र मिश्रा ने चौबेपुर थाने के इंचार्ज विनय तिवारी के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए विकास दुबे के साथ थाना अध्यक्ष के गठजोड़ की बातें लिखी गई थी. बता दें कि शहीद डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा के साढ़ू केके दुबे ने बताया कि जब शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा का पर्सनल सूटकेस खोला गया तो उसमें उनको यह पत्र प्राप्त हुआ था.
बहरहाल एसएसपी दफ्तर से अति गंभीर क्षेत्राधिकारी की ओर से लिखे गए पत्र का गायब होना पुलिस कार्यप्रणाली को लेकर कई सारे सवाल खड़े करता है. लेकिन एक बात तो तय है कि चौबेपुर के तत्कालीन एसओ विनय तिवारी और ढाई लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे की सांठ-गांठ किसी से छुपी नहीं रही. इसी के कारण यूपी के 8 पुलिस जवानों को अपनी जान गवांनी पड़ी.