कानपुरः पुलिस की पिटाई से गोरखपुर में दम तोड़ने वाले कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता के परिवार की आर्थिक सहायता करने के लिए शुक्रवार को सपा नेता उनके बर्रा स्थित आवास पर पहुंचे. सपा नेताओं ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी और पिता को 10-10 लाख रुपये का चेक सौंपा है.
बता दें कि व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मनीष के बर्रा स्थित घर पहुंचे थे. उन्होंने मनीष की पत्नी मीनाक्षी को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता पार्टी फंड की ओर से देने की घोषणा की थी. इसी के तहत शुक्रवार को सीसामऊ विधानसभा के सपा विधायक इरफान सोलंकी, आर्यनगर के सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी, सपा नगर अध्यक्ष डॉ. इमरान, सपा के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र मोहन अग्रवाल के साथ मनीष के घर पहुंचे.
सपा नेताओं ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की और परिवार का हालचाल जाना. साथ ही इस हत्याकांड में पुलिस की अब तक की कार्रवाई को लेकर भी बातचीत की. इसके बाद विधायक इरफान सोलंकी ने मृतक मनीष की पत्नी मीनाक्षी को 10 लाख का चेक दिया. वहीं आर्यनगर के विधायक अमिताभ वाजपेयी ने मनीष के पिता को 10 लाख का चेक सौंपा. इस तरह कुल 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सपा की ओर से दी गई.
ये है पूरा मामला
कानपुर के बर्रा निवासी मनीष गुप्ता अपने दोस्त प्रदीप सिंह और हरवीर सिंह के साथ गोरखपुर घूमने कुछ दिनों पहले गए थे. सिकरीगंज के चंदन सैनी से तीनों की पुरानी दोस्ती थी. उसने ही कृष्णा पैलेस में अपने नाम पर कमरा बुक कराया था. रात में पुलिस चेकिंग करने के लिए पहुंची थी. इस दौरान एक कमरे में तीन लोगों के मौजूद होने पर पुलिस ने चेकिंग की. आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता की जमकर पिटाई कर दी, जिससे मनीष गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. इसके बाद पुलिस ने मनीष को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. हालत नाजुक होने पर गोरखपुर मेडिकल कॉलेज लेकर गई, जहां पर उसकी मौत हो गई. घटना के संबंध में लापरवाही बरतने के आरोप में एसएसपी गोरखपुर द्वारा प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था. इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. सीएम योगी की ओर से मनीष की पत्नी मीनाक्षी को 40 लाख रुपये की सहायता राशि और सरकारी नौकरी दी गई. अखिलेश यादव ने मनीष के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया था.