कानपुर: शहर में पिछले, पांच माह से जिस अनवरगंज मंधना रेलवे ट्रैक (Mandhana Anwarganj railway track) को एलिवेटेड किए जाने की योजना पर मंथन चल रहा है, उस पर रविवार को अंतिम मुहर लग गई. सांसदों, विधायकों व जिला प्रशासन के आला अफसरों ने तय किया है कि सालों बाद अब शहर की लाखों की आबादी को इस रेलवे ट्रैक के बीच पड़ने वाले 16 रेलवे क्रासिंगों से निजात दिलाई जाएगी. साथ ही यह पूरा ट्रैक एलिवेटेड ट्रैक होगा और सीएसजेएमयू के पास एक नया स्टेशन बनेगा, जिसका नाम पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Railway station) के नाम पर रखा जाएगा.
बैठक में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर ने डीपीआर के संबंध में बताया कि परियोजना की लागत का 1200 करोड़ का आकलन किया गया है. मंधना से अनवरगंज तक 16.50 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक एलिवेटेड किया जाएगा. इस कवायद में रावतपुर और कल्याणपुर स्टेशन को खत्म कर दिया जाएगा. बैठक में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजीव कुमार ने बताया कि कानपुर की इस परियोजना के रेलवे बोर्ड काफी सक्रिय है और मंत्रालय की सहमति के बाद दो साल में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा जाएगा.
जीटी रोड पर हादसे कम हो जाएंगे: कानपुर के कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने कहा कि कानपुर की एक सबसे बड़ी समस्या का समाधान हो जाने से दक्षिणी क्षेत्र के नागरिकों का दूसरी ओर से आना-जाना जहां सुगम हो जाएगा. वहीं, औद्योगिक गतिविधियों को बल मिलेगा और रेलवे यात्रियों को कानपुर मेट्रो का भी लाभ मिल सकेगा. इसके साथ सबसे अच्छी बात यह है कि अब जीटी रोड के शहरी क्षेत्रों मे संचालित यातायात से होने वाले हादसे कम हो जाएंगे.
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