कानपुर: जनपद में कुछ दिनों में माघ मेला की शुरुआत होने वाली है. इस स्नान पर्व पर शहर की सभी टेनरियों के संचालन बंद करने का आदेश शासन से जारी हो गया है. टेनरियां नहीं चलेंगी तो शहर के चमड़ा कारोबारियों को करोड़ों रुपयों की चपत लगने की संभावना है.
इससे कारोबारी बेहद परेशान हैं. हालांकि, उनकी मदद के लिए उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Uttar Pradesh Pollution Control Board) की ओर से रोस्टर अवधि के मुताबिक कुछ समय के लिए संचालन का मौका दिया जाएगा. लेकिन, कारोबारियों को स्नान पर्व के ठीक चार दिन पहले ही उत्पादन को पूरी तरह से बंद करना होगा.
उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) के पास टेनरियों से जुड़े जो (Magh Mela will be held in Kanpur) आंकड़े हैं. उनके मुताबिक, शहर में कुल टेनरियों की संख्या 387 है. इनमें से एनजीटी की फटकार के बाद 172 टेनरियों पर पूरी तरह से ताला लगा दिया है. जबकि, 215 टेनरियां संचालित हैं. हालांकि, जाजमऊ क्षेत्र की बात करें तो यहां छोटी-छोटी टेनरियों को मिलाकर कुल संख्या हजारों के पार है. जिससे अच्छी मात्रा में दूषित उत्प्रवाह सीधे गंगा में जाता है.
इन तिथियों पर होगा स्नान: पौष पूर्णिमा- 06 जनवरी, मकर संक्रांति- 14 व 15 जनवरी, मौनी अमावस्या- 21 जनवरी, बसंत पंचमी- 26 जनवरी, माघी पूर्णिमा- 06 फरवरी, महाशिवरात्रि- 18 फरवरी.