कानपुर: जिले में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान 8 पुलिसकर्मियों को मारने वाले विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे, 2 जुलाई यानि घटना वाले दिन से ही फरार चल रहा है. लखनऊ पुलिस ने उसके ऊपर 20 हजार का इनाम घोषित किया है. कानपुर कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है. विकास दुबे को मध्य प्रदेश में गिरफ्तार होने के बाद के बाद उसकी पत्नी ऋचा दुबे व उसके पुत्र आकाश दुबे तो सामने आ गए थे, लेकिन अब तक विकास दुबे का छोटा भाई दीप प्रकाश दुबे जो लखनऊ के कृष्णा नगर स्थित इंद्रलोक कॉलोनी में रहता है, अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है.
विकास दुबे के छोटे भाई दीप प्रकाश दुबे की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है. बिकरू कांड के बाद से ही दीप प्रकाश दुबे लगातर फरार चल रहा है. वहीं रिचा दुबे व उसके बेटे आकाश दुबे इंद्रलोक स्थित अपने मकान के बचाव के लिए एलडीए ऑफिस के चक्कर लगाना शुरू कर दिया है. एलडीए ऑफिस के अधिकारियों ने बताया कि मामला विधिक प्राधिकरण में होने के कारण इसमें सुनवाई विहित प्राधिकारी ही करेंगे.
एलडीए ने ऋतु सुहास को इस केस में विहित प्राधिकारी अधिकारी नियुक्त किया है. अधिशासी अभियंता कमलजीत सिंह की रिपोर्ट के आधार पर विहित प्राधिकारी ऋतु सुहास विकास दुबे के इंद्रलोक स्थित मकान पर निर्णय लेंगे. एलडीए पहले ही नक्शे के आधार पर विकास दुबे के मकान के कुछ हिस्सों को अवैध घोषित कर चुका है.
20 हजार का इनाम घोषित
विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश दुबे के घर से पुलिस को बीजी नंबर की एंबेसडर कार बरामद हुई थी, जिसके बाद कृष्ण नगर थाने में एक मुकदमा पंजीकृत कराया गया था. दीप प्रकाश दुबे के ऊपर पुलिस ने 20 हजार का इनाम भी घोषित किया गया है. पुलिस जल्द से जल्द दीप प्रकाश दुबे को पकड़कर उससे विकास दुबे से जुड़े कुछ राज खुलवाना चाह रही है, लेकिन शातिर दीप प्रकाश दुबे अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है. दीप प्रकाश दुबे के इंद्रलोक स्थित घर में वर्तमान समय में पत्नी अंजली दुबे, मां सरला देवी व उनका एक बेटा रह रहे हैं.