कानपुर: सावन के तीसरे सोमवार को प्रसिद्ध परमट मंदिर हर-हर महादेव और बम-बम भोले के उद्घोष से गूंज उठा. बाबा शिव के दर्शन के लिए श्रद्धालु रात से लाइन में लग गए थे. यहां पर सच्चे दिल से पूजा करने वाले की मनोकामना जरूर पूरी होती है. किसी भी तरह के भगदड़ से बचने के लिए प्रशासन ने मंदिर परिसर में पुख्ता इंतजाम किए हैं.
सिद्ध परमट मंदिर में लगा शिव का जयकारा-
परमट मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ होने की वजह से परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं की बड़ी तादात होने के कारण मंदिर का पट रात 2 बजे ही खुल जाते हैं. पट खुलने के बाद बाबा शिव का बेल पत्ती और फूलों से श्रृंगार किया जाता है. शिव भक्तों की कतारें इतनी लंबी थी कि हर थोड़ी दूर पर पुलिस जवान तैनात थे. इस मंदिर में सावन के पवित्र दिन का विशेष महत्व है.
इस मंदिर को लेकर लोगों की पुरानी आस्था है कि यहां आनंदी नाम की गाय अपना दूध गिरा देती थी, जिससे बाद में किसानों ने खुदाई कराई तो बाबा का शिवलिंग निकला. इसी के बाद मंदिर का नाम आनदेश्वर पड़ा और यह लोगों के आस्था का प्रतीक बन गया.