कानपुर: दीपावली का पर्व आने में अब से महज 25 दिनों का समय बाकी है. कम समय को देखते हुए शहर का बाजार पूरी तरह से सज गया है. इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का कारोबार करने वाले व्यापारियों का कहना है कि लोगों का रुझान स्वदेशी उत्पादों की ओर अधिक है. ऐसे में चीन का बाजार घटकर आधा रह गया है. कानपुर इलेक्ट्रिक मर्चेंट वेलफेयर एसोसिएशन (Kanpur Electric Merchant Welfare Association) के जनरल सेक्रेटरी प्रवीण आनंद ने बताया कि 10-15 सालों पहले प्रदेश में 90 फीसद से अधिक चीनी उत्पादों की भरमार रहती थी. हालांकि, जैसे-जैसे चीनी उत्पादों की गुणवत्ता घटी है, वैसे-वैसे बाजार में स्वदेशी उत्पाद छा गए.
वहीं, लोगों ने राष्ट्र के प्रति प्रेम और उचित दामों में पूरी संतुष्टि के साथ स्वदेशी उत्पादों को खरीदना शुरू कर दिया. उन्होंने बताया, कि इस दीपावली में लोग नए उत्पादों- पानी वाला दीया (Light water diyas), हनी बी झालर (मधुमक्खी की तरह दिखने वाली झालर), क्वाइन वाला दिया (शुभ-लाभ, ओम, स्वास्तिक के चिन्ह वाले) समेत कई अन्य उत्पाद शामिल हैं. वहीं, कारोबारी और उक्त संगठन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक मेहरोत्रा ने कहा कि इस साल स्वदेशी उत्पादों की जबरदस्त मांग है. इन उत्पादों की कीमत 30 रुपये से ही शुरू है.
हर साल औसतन 200 करोड़ का कारोबार, 70 फीसद चीनी बाजार पहले ही खत्म: कारोबारियों का कहना है कि चार-पांच सालों पहले पूरे कानपुर में 300-400 करोड़ रुपये का कारोबार होता था. वहीं, हर साल औसतन यह 200 करोड़ रुपये तक पहुंचता था. हालांकि, चार-पांच साल पहले ही चीन का 70 फीसद कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है.
उत्पाद और उनकी कीमत
- पानी वाला दीया - 30 से 35 रुपये तक
- हनी बी झालर - 70 रुपये
- शुभ-लाभ क्वाइन वाले दीये 90-100 रुपये के बीच
- स्टार लाइटिंग वाली झालर - 100 रुपये
- फ्लोटिंग कैंडल्स - 30 रुपये
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