कानपुरः जनपद में अगर आप अपना आशियाना बनाना चाहते हैं, तो ये ख़बर आपके लिए है. सर्किल रेट बढ़ाने को लेकर डीएम ने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ एक बैठक की. भवनों के सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. प्रशासन के अनुसार जमीनें अब महंगी हो जाएंगी. ये बढ़ोतरी जनपद के विकसित क्षेत्रों में होगी.
जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन लगभग पांच वर्षों बाद शहर के तमाम क्षेत्रों में जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. जिसके लिए कानपुर के डीएम विशाख जी अय्यर ने अधिकारियों के साथ बैठक कर जल्द से जल्द क्षेत्रों का सर्वे करने को कहा है. सर्वे के बाद जमीनों का सर्किल रेट तय कर प्रस्ताव शासन को भेजकर शासन से जो निर्देश मिलेंगे उनको क्रियान्वित किया जाएगा. प्रशासन ने कई क्षेत्रों के भवनों व जमीनों के सर्वे का काम भी शुरू करा दिया है. अधिकारियों की मानें तो 20 से 25 फीसद तक जमीनें महंगी हो जाएंगी.
ये नए सर्किल रेट जनपद के विकसित क्षेत्रों के लिए है. इन विकसित क्षेत्रों में शताब्दी नगर, चकेरी, पनकी, महाबलीपुरम, मैनावती मार्ग जैसे क्षेत्र शामिल किए गए हैं. जहां जमीनों के दामों में बढ़ोत्तरी की जाएगी. इसके पहले साल 2017 में नए सर्किल रेट लागू किए गए थे. तब जमीनों के दामों में 10 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई थी.इसके अलावा आर्यनगर, तिलक नगर, पांडु नगर, काकादेव, साकेत नगर, सिविल लाइंस, लाजपत नगर, सर्वोदय नगर, माल रोड, पीरोड, जनरलगंज, एक्सप्रेस रोड, गोविंद नगर, किदवई नगर जैसे क्षेत्रों में जमीनों के दामों में 15 से 20 फीसदी तक तक बढ़ोतरी हो सकती है.
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वर्ष 2021 में कानपुर निबंधन विभाग को शासन की ओर से 1027 करोड़ रूपये का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन निबंधन विभाग ने 713.36 करोड़ रुपये ही जुटा सका. राजस्व विभाग से मिले ताजा आंकड़ों के अनुसार जिला प्रशासन को 2021-22 में 313 करोड़ रुपये की कम आय हुई है. निबंधन विभाग का कहना है कि ऐसा कोविड-19 के प्रभाव के चलते हुआ है. कोविड के चलते अचानक ही जमीनों की खरीद-फरोख्त घटते चले गए थे.
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