कानपुर: चंद्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 10 दिनों में गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में निम्न वायुदाब का क्षेत्र विकसित होने की वजह से मध्यप्रदेश, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल,और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है.
क्या कहना है मौसम वैज्ञानिकों का
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन पांडेय का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में निम्न दाब का क्षेत्र है. इसे 7.6 किलोमीटर ऊपर बने चक्रवाती सिस्टम से मदद मिल रही है और नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास बना हुआ है, जो फिलहाल कमजोर है. मानसून सिस्टम कमजोर होने के कारण बारिश नहीं हो पा रही है. मानसून के समय बारिश की हवा नमी लाती है. यही हवा हिमालय से टकराकर मैदानी क्षेत्रों में सर्दियों के समय बारिश कराती है. मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.7 डिग्री सेल्सियस अधिक था. वहीं न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 0.5 डिग्री अधिक था.
धुंध के साथ प्रदूषण भी बढ़ने लगा
हवा में नमी बढ़ने से सुबह के समय धुंध के साथ प्रदूषण भी बढ़ने लगा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी होने वाली रिपोर्ट के अनुसार हवा में प्रदूषित हानिकारक कण 2.5 प्रति स्क्वायर माइक्रोग्राम की मात्रा 180 एक्यूआई से ऊपर रही जबकि, एक्यूआई 137 रिकार्ड हुआ. मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन पांडेय के अनुसार आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इससे महानगर और आसपास के क्षेत्रों में बादल भी आ सकते हैं. बादल के चलते कोहरा और धुंध हो सकती है.
उन्होंने बताया कि हवा में नमी के दौरान प्रदूषित कण एक जगह एकत्र हो जाते हैं, जिससे इस माहौल में अधिक देर तक रहने पर सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. इस स्थिति से बचने के लिये धुंए और धूल पर रोक जरूरी है. मौसम विभाग के अनुसार हवा में नमी की मात्रा 10 प्रतिशत से बढ़कर 87 प्रतिशत रिकार्ड हुई है.