कानपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को कानपुर में मेट्रो के ट्रायल रन की शुरुआत किए. दूसरी तरफ इसको लेकर समाजवादी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं में काफी रोष देखने को मिला. दरअसल, कई जगहों पर समाजवादी पार्टी के नेताओं को घरों में पुलिस ने कैद कर दिया था. इसको लेकर जगह-जगह सपा कार्यकर्ता सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते देखे गए.
वहीं, कानपुर की आर्य नगर विधानसभा सीट से विधायक अमिताभ बाजपेई को भी पुलिस ने घर में कैद कर दिया. इसको लेकर उन्होंने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर आते हैं, तब तक उनको उनके घर पर कैद कर दिया जाता है. जबकि अन्य पार्टियों के विधायक-सांसद सरकार के कार्यक्रमों पहुंचते हैं. उनका कहना था कि वो भी विधायक हैं, और उन्हें भी सरकार के कार्यक्रमों में जाने का अधिकार है, लेकिन हर बार उन्हें घर पर कैद कर दिया जाता है.
दरअसल, आर्य नगर विधानसभा से विधायक अमिताभ बाजपेई ने पहले ही बताया था कि वो मेट्रो के उद्घाटन में शामिल होंगे, क्योंकि मेट्रो का प्रोजेक्ट पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लेकर आये थे. लेकिन उससे पहले ही विधायक के निवास के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया गया. विधायक अमिताभ बाजपेई का कहना था कि हम लोगों के प्रति योगी जी का अगाध प्रेम है, यही वजह है कि हमारे घर के बाहर पहरा लगा दिया.
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उन्होंने बताया कि 4 अक्टूबर 2016 को समाजवादी पार्टी ने मेट्रो का शिलान्यास किया था. तब भाजपा के सांसद, मंत्री, विधायकों को मंच पर आमंत्रित किया गया था. लेकिन आज उन्होंने पुलिस लगाकर यह बताने का प्रयास किया है कि समाजवादियों से उनको डर लगता है. उनका कहना था कि मेट्रो सपा की परियोजना थी, इसलिए उसको देखना जरूर चाहेंगे.
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